इंदौर। शाम 6 बजे तक मतदान (Voting) पूरा होने के बाद मतदान दलों की वापसी (returning) शुरू हो जाएगी। केंद्रों (centers) से लौटने का सिलसिला लगभग आठ बजे से ही शुरू हो जाएगा। शहरी क्षेत्र (urban area) के मतदान दल तो जल्दी स्टेडियम में पहुंच जाएंगे, वहीं ग्रामीण क्षेत्र (countryside) के मतदान दल देर रात तक वापसी करते रहेंगे।
नेहरू स्टेडियम में मतदान सामग्री वितरण के बाद आज शाम 6 बजे मतदान संपन्न होते ही उन्हीं टेबलों और काउंटरों पर सामग्री जमा की जाएगी। प्रशासन ने विधानसभा चुनाव में हुई गलतियों से सीख लेते हुए लोकसभा चुनाव में जहां व्यवस्थाओं को और व्यवस्थित किया है, वहीं अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी है। यही कारण है कि कल सुबह साढ़े 6 बजे से ही मतदान दलों की रवानगी केंद्रों की ओर शुरू हो गई थी और दोपहर चार बजे तक लगभग सभी अपने-अपने मतदान केंद्र पर पहुंच गए थे। लगभग साढ़े बारह बजे तक सभी दल स्टेडियम से रवाना हो चुके थे। इंदौर जिले में 2677 मतदान केंद्र हैं। इतने ही दल अपने-अपने ड्यूटी के केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया शुरू कराने में लग गए हैं। आज शाम सभी दलों को जरूरी खानापूर्ति करने के बाद इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के साथ पूरी मतदान सामग्री स्टेडियम में आकर जमा करना होगी।
सात बजे से शुरू हो सकता है आगमन
मल्हारगंज क्षेत्र के मतदान केंद्र, जो स्टेडियम के सबसे नजदीक आते हैं, लगभग सात बजे तक इनके दल का स्टेडियम में लौटने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। वहीं लगभग सभी विधानसभा के दल 9 से 10 बजे के बीच पहुंचने की संभावना है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र के दलों के लौटने और सामग्री जमा कराने में देर रात होने की संभावना है। जिला निर्वाचन की जिम्मेदारी निभा रहे अधिकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान दलों को सामग्री जमा करने में कोई परेशानी नहीं आएगी। उसी तर्ज पर 11 बजे तक स्ट्रांग रूम में मशीनें जमा करना शुरू कर दी जाएंगी और 12 बजे के बाद स्ट्रांग रूम सील होने की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकेगी। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में आखिरी स्ट्रांग रूम सुबह सात बजे सील हो पाया था, लेकिन इस बार अधिकारियों का दावा है कि रात दो बजे के पहले सभी स्ट्रांग रूम सील कर दिए जाएंगे।
24 घंटे होगी चौकसी
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को रखने के बाद सीलिंग की प्रक्रिया के बाद 24 घंटे चौकसी की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक स्ट्रांग रूम के बाहर दो-दो जवान तैनात किए गए हैं। वहीं हर स्ट्रांग रूम के बाहर 24 घंटे चौकसी की व्यवस्था की गई है। पिछले विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही मशीनों पर नजर रखने के लिए राजनीतिक पार्टियों के लिए स्क्रीन लगाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। प्रत्याशी के प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र के स्ट्रांग रूम पर सीधे नजर रख सकेंगे।
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