जैन समाज के अलंकरण समारोह में पांच हस्तियां हुईं सम्मानित…
जैन समाज सामाजिक मूल्यों का रक्षक
इंदौर। कल जैन समाज (Jain society) के महावीर अलंकरण समारोह (Mahavir ornament ceremony) में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (former chief minister Kamal Nath) एक राजनेता (politician) के साथ-साथ समाज से जुड़े चिंतक, विचारक के रूप में भी नजर आए। उन्होंने जैन समाज को सामाजिक मूल्यों की रक्षा करने वाला बताते हुए युवाओं को राजनीति में आने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर शहर की पांच हस्तियों को महावीर अलंकरण से सम्मानित किया।
कल कमलनाथ (Kamal Nath) का सामाजिक दौरा था और इस दौरान उन्होंने समाज के अलग-अलग वर्गों से संवाद किया। आखिरी आयोजन अभय प्रशाल के लाभ मंडपम् में श्री श्वेतांबर सोशल ग्रुप फेडरेशन द्वारा रखा गया था। फेडरेशन की ओर से इस बार पहली बार महावीर अलंकरण शहर की पांच हस्तियों को दिया गया, जिनमें अग्निबाण समूह के प्रमुख राजेश चेलावत, नेत्र विशेषज्ञ डॉ. राजीव चौधरी, समाजसेवी प्रबल सुराणा, लाभचंद यशलहा, शिवसिंह मेहता को महावीर अलंकरण से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारत को आध्यात्मिक शक्ति से परिपूर्ण बताते हुए कहा कि यही संस्कृति देश को एक रखती है। जैन समाज की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा कोई समाज मैंने आज तक नहीं देखा जो इतने बड़े स्तर पर समाजसेवा से जुड़ा हुआ है। जैन समाज का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि आप संस्कृति के रक्षक हैं। कई बड़े देश सोसायटी वैल्यू की बात नहीं करते हैं और जैन समाज सामाजिक मूल्यों का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि किसी समाज के सम्मेलन में जाओ तो वे सीमित बातें करते हैं, लेकिन जैन समाज के किसी से पूछता हूं तो वो विस्तार से विषय पर बातें करते हैं। जैन समाज के लोगों से उन्होंने कहा कि आप लोग राजनीति में आएं, आप जैसे अच्छे लोग राजनीति से जुड़ेंगे तो ही राजनीति जिंदा रहेगी। कार्यक्रम में स्वागत भाषण स्वप्निल कोठारी ने दिया। समाज शिरोमणि विजय मेहता, मनीष सुराना, हंसराज जैन आदि भी मंचासीन रहे।
जैन समाज में क्षमा सर्वोपरि… जल में भी जीव की पहचान
महावीर अलंकरण से नवाजे गए श्री राजेश चेलावत ने कल जैन धर्म का सार बताते हुए कहा कि जैन समाज में नमस्कार का चमत्कार है। हम दुश्मनों को भी नमस्कार करते हैं और उनसे भी क्षमा मांगते हैं। यदि आपने किसी को क्षमा कर दिया और शर्म नहीं की तो आप महावीर हो। जिसने इंद्रीय और स्वयं को जीत लिया वह महावीर है। भगवान महावीर ने तो जल में भी अहिंसा के दर्शन कराए और बताया कि जल में भी जीव होते हैं, इसलिए जल का कम से कम इस्तेमाल करो, ताकि जीव हिंसा न हो। उन्होंने कमलनाथ को एक बड़ी सोच और विजन वाला नेता बताते हुए कहा कि हमें इस बात का भरोसा है कि हमारे पास एक ऐसा नेतृत्व है, जो चाहे विपक्ष में हो या सत्तापक्ष में हो, उनके मन में सत्य, अहिंसा, धैर्य है, जो भगवान महावीर का सिद्धांत हेै।
मैंने समिट नहीं, सम्मेलन किया था
कमलनाथ अपनी सरकार के दौरान किए कार्यों को बताने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा कि मैंने कोई समिट नहीं की थी, सम्मेलन किया था और निवेश इससे ही आता है। तमिलनाडु या केरल का व्यक्ति पंजाब-हरियाणा तभी जाएगा, जब उसे वहां उद्योग लगाने की सुविधा मिलेगी। इसी पर प्रदेश में मैंने ध्यान दिया था। इन्वेस्टमेंट को अट्रेक्ट करना पड़ता है, वह डिमांड से नहीं आता।
राजनीतिक अचेतना पर भी प्रहार
पिछले दिनों बावड़ी हादसे को लेकर उन्होंने कहा कि ये कैसी स्मार्ट सिटी है? कोई भी पार्टी या कोई भी दल हो हम कहां घसीटे जा रहे हैं? उन्होंने कहा कि प्रदेश का उद्धार विजन से होगा, न कि टेलीविजन से। हम सब लोगों को मिलकर प्रदेश के हित में सोचना होगा। यह हमारा देश है…ये हमारा प्रदेश है…ये हमारा समाज है… ऐसे देश में राजनीतिक अचेतना हो या सामाजिक मूर्छा, देश को पीछे ले जाती है…
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved