ग्वालियर: मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले (Gwalior district of Madhya Pradesh) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (All India Student Council) का 55 वां प्रांत अधिवेशन है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जीवाजी विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के झंडों से यूनिवर्सिटी परिसर को सजाया है. लेकिन अब इस पर सियासत हो रही है. कांग्रेस ने जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के झंडे लगाए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है. साथ ही इस मामले की शिकायत विश्वविद्यालय प्रबंधन से भी की है.
बता दें कि कांग्रेस का आरोप है कि जानबूझकर विश्वविद्यालय में एक विचारधारा का प्रचार प्रसार कर लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा रहा है, जबकि शिक्षा के मंदिर में बिना अनुमति के झंडे पोस्टर बैनर नहीं लगाए जा सकते हैं. कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने जीवाजी विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के झंडे लगे होने पर आपत्ति जताई है.
दरअसल ग्वालियर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 55 वा प्रांत अधिवेशन आज से प्रारंभ हुआ है. इस कार्यक्रम को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पूरे शहर को एबीवीपी लिखे हुए भगवा रंग के झंडों से भर दिया है. विश्वविद्यालय में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने झंडे लगाए हैं, दूसरी तरफ कांग्रेस ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत अधिवेशन के इनविटेशन कार्ड पर ग्वालियर को लक्ष्मी बाई नगर लिखे जाने पर भी आपत्ति जताते हुए इसे इतिहास से छेड़छाड़ करने के आरोप लगाते हुए कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को ग्वालियर को लक्ष्मी बाई नगर लिखे जाने पर कह रही है कि क्या उन्होंने यह करने की सिंधिया से अनुमति ली है.
हालांकि मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सफाई देते हुए कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोई राजनीतिक दल नहीं है. छात्र संगठन होने के नाते उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के झंडे विश्वविद्यालय में लगाए हैं. वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर को लक्ष्मी बाई नगर कहे जाने पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उन्होंने ग्वालियर का नाम नहीं बदला और नही उन्होंने इतिहास को बदला है कांग्रेस के सिंधिया को बीच में लाने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सिंधिया राजपरिवार का बचाव करते हुए कहा कि सिंधिया परिवार की ऐसी मानसिकता नहीं है. लेकिन कांग्रेस अपनी मानसिकता जाहिर कर रही है.
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