भोपाल। कोरोना संकट की वजह से जहां महंगाई चरम पर है। फल, सब्जियां एवं अन्य जरूरी वस्तुएं आम आदमी की पहुंच से बाहर हेाती जा रही है। ऐसे समय में प्रदेश में महंगी शराब की विक्री पर सियासत हो रही है। पूर्व आबकारी मंत्री बृजेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश में मिली भगत से एमआरपी से ऊंचे दामों पर शराब बेची जा रही है। जवाब में आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने ऐलान किया है कि एमआरपी से महंगी शराब बेचने पर कार्रवाई की जाएगी। देवड़ा ने बताया है कि ठेकेदारों द्वारा एमआरपी से अधिक दर पर मदिरा विक्रय करने की कोई शिकायत उपभोक्ता द्वारा किये जाने पर संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध जाँच कर कठोर कार्यवाही की जाये। राज्य सरकार द्वारा कोरोना कंट्रोल करने के लिये भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों के तहत मदिरा दुकानें बंद करने के आदेश जारी किये गये थे। साथ ही विभिन्न जिलों में स्थानीय परिस्थितियों के मद्देनजर कलेक्टर्स द्वारा विभिन्न समयों में मदिरा दुकानें बंद करने के आदेश जारी किये गये।
टैक्स चोरी में व्यापारी को जेल में डाला, अफसर को क्यों नहीं
पूर्व मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकतर जिलों में आज शराब की बिक्री प्रिंट रेट से अधिक दाम पर की जा रही है। मदिरा दुकानों पर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इसके प्रमाण मेरे पास उपलब्ध हैं, परंतु आबकारी विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। एक तरह से जनता की जेब काटी जा रही है और शासन को चूना लगाया जा रहा है इसका क्या कारण है इसे सरकार को स्पष्ट करना चाहिये? वहीं सेनेटाईजर की कर चोरी में एक व्यापारी को तो आपने जेल में डाल दिया, लेकिन इसमें किसी अधिकारी की कोई जबावदेही तय क्यों नहीं की गई और उन कार्यवाही क्यों नहीं की गई? राठौर ने मांग की कि सरकार बताये, आज तक इस संबंध में कितने प्रकरण कायम किए गए हैं? और इन प्रकरणों पर क्या कार्रवाई की गई है? क्या यह गंभीर आर्थिक अपराध नहीं है?
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