सागर। रहली विधानसभा [Rahli Assembly] से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल [Jyoti Patel] द्वारा भाजपा प्रत्याशी गोपाल भार्गव [Gopal Bhargava] पर जानलेवा हमला कराने के आरोप लगाए जाने के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह [Digvijay Singh] ने गढ़ाकोटा [ Garhakota ] पहुंचकर सियासत को और गरमा दिया है। खजुराहो, राजनगर में कांग्रेस पार्षद की हत्या को लेकर वहां थाने के सामने धरना देकर दिग्विजय सिंह खजुराहो [Khajuraho] से सीधे गढ़ाकोटा पहुंचे और कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल से मुलाकात करके उनके ऊपर हुए कथित हमले की जानकारी ली। वह घटना स्थल भी गए और इसके बाद रेस्ट हाउस पहुंचे। सोमवार को दिग्विजय सिंह थाने जाएंगे और इस मामले में पुलिस ने क्या कार्रवाई की, इसकी जानकारी प्राप्त करेंगे। रहली विधानसभा का गढ़ाकोटा, भार्गव का गृह नगर है।
ये है मामला
19 नवंबर को मतदान के दूसरे दिन यानी शनिवार शाम को गढ़ाकोटा के गुंजोरा में भाजपा प्रत्याशी गोपाल भार्गव के गुर्गों द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल व उनके साथ मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट और वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया है। हमले के दौरान काग्रेंस प्रत्याशी ज्योति पटेल ने फेसबुक लाइव आकर बताया था कि किस तरह उनके ऊपर फायरिंग की गई। उन्होंने कहा कि मेरी हत्या हो सकती है और इसके लिए मंत्री गोपाल भार्गव जिम्मेदार होंगे। अब इसी मामले की जानकारी लेने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गढ़ाकोटा पहुंचे हैं। गोपाल भार्गव रहली विधानसभा से लगातार आठ बार विधायक चुने गए हैं और इस बार उनका यह आखिरी विधानसभा चुनाव बताया जा रहा है। वह लोक निर्माण विभाग मंत्री व प्रदेश में भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और मुख्यमंत्री बनने की इच्छा भी जाहिर कर चुके हैं।
– बन सकती है खजुराहो जैसी स्थित
बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों से बात करके आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। इससे पहले दिग्विजय सिंह खजुराहो में थे। यहां वे कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान खान की हत्या मामले में धरने पर बैठे थे। सिंह का धरना 24 घंटे तक चला। पूरी रात वे खजुराहो थाने के बाहर खाट लगाकर ही लेटे रहे। रविवार को जिला एसपी के आश्वासन के बाद सलमान के परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए तब सिंह का धरना खत्म हुआ। बताया जा रहा है कि गढ़ाकोटा में भी पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने पर खजुराहो जैसी स्थित बन सकती है।
– मैदान में उतरे तो लगने लगीं अटकलें
मध्यप्रदेश में 19 नवंबर को हुए मतदान के बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाए कांग्रेस में वैसे तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ आगे हैं, लेकिन मतदान के दौरान व बाद में हुईं हिंसक घटनाओं को लेकर दिग्विजय सिंह द्वारा फिर मैदान संभालने पर सियासी अटकलें भी लगाई जा रही हैं क्या मुख्यमंत्री पद को लेकर दिग्विजय, कमलनाथ की टेंशन बढ़ा रहे हैं?
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