भोपाल: मध्य प्रदेश नियामक आयोग ने बिजली की दरों में 2.64 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. नई दरें 8 अप्रैल से लागू हो जाएंगी. आयोग के इस फैसले का असर सबसे ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं पर पड़ेगा. वहीं बिजली की दरें बढ़ाने के फैसले पर सियासत भी शुरू हो गई है. दरअसल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया है.
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा है कि अप्रैल में दारू सस्ती और बिजली महंगी मिल रही है. एमपी अजब-गजब है. जनता महंगाई से त्रस्त है, अब बिजली का झटका भी जनता को दिया जा रहा है. गरीब को आत्महत्या की ओर अग्रसर कर रहे हैं. शराब सस्ती कर प्रदेश के लोगों को नशे में धकेल रहे हैं. अब प्रदेश में बिजली कंपनी के लोग जनता को प्रताड़ित कर रहे हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियों ने नए वित्तीय वर्ष के लिए कुल 48 हजार 874 करोड़ रुपए की जरूरत बताई थी. मौजूदा बिजली दर के हिसाब से तय लक्ष्य में 3,916 करोड़ रुपए कम पड़ रहे थे. बिजली कंपनियों की मांग थी कि बिजली की दरों में 8.71 फीसदी की बढ़ोत्तरी की जाए. हालांकि सरकार ने फिलहाल 2.64 फीसदी की दर से बढ़ोत्तरी की है.
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में सरकार ने नई शराब नीति लागू की है, जिसके तहत 1 अप्रैल से राज्य में शराब पर 10 फीसदी एक्साइज ड्यूटी कम की गई है, जिससे राज्य में शराब की कीमतों में गिरावट आई है. इसके अलावा सरकार ने लोगों को बार लाइसेंस लेने की भी अनुमति दे दी है. बस लोगों को इसके लिए 50 हजार रुपए की लाइसेंस फीस का भुगतान करना होगा.
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