बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल के चुने जाने के बाद भी चीन में राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) को नेतृत्व की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें दीर्घकालिक शासन, सुधार और आधुनिकीकरण की परीक्षा, अर्थव्यवस्था और बाहरी वातावरण को पुनर्जीवित करना शामिल हैं। एक ऑनलाइन न्यूज पोर्टल प्रकाशित लेख में यह दावा किया गया है।
लेख में कहा गया है कि चीन की जनता का राष्ट्रपति शी के नेतृत्व के साथ-साथ सीसीपी पर भी विश्वास कम हुआ है। इसके पीछे मुख्य कारण भ्रष्टाचार, पार्टी की सत्ता लोभी कार्यशैली और सरकार में जनता की भागीदारी नहीं होना माना जा रहा है। लेख में चीन के केंद्रीय राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग कार्यालय के उप निदेशक लियू हैक्सिंग के हवाले से कहा गया है कि चीन की कम्युनिस्ट सरकार के सामने मौजूदा राष्ट्रीय चुनौतियां भविष्य में नई समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
इस लेख में सीसीपी की 20वीं कांग्रेस में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बयान को दर्शाया गया है। जिसके मुताबिक, चीन विकास के पथ आगे बढ़ा है जिसमें अवसर, जोखिम और चुनौतियां मौजूद हैं। हालांकि चीन में अनिश्चितताएं और अप्रत्याशित कारक बढ़ रहे हैं। हैक्सिंग ने सावधान किया है कि देश में ‘ग्रे राइनो’ और ‘ब्लैक स्वान’ जैसी आपदाएं किसी भी समय दस्तक दे सकती हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved