नई दिल्ली। कर्नाटक (Karnataka) में मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (Mysore Urban Development Authority- MUDA) कथित घोटाले को लेकर सियासी गलियारों में हंगामा जारी है। राज्य में मुख्यमंत्री बदलने (Chief Minister change) की चर्चा के बीच सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने साफ कर दिया है कि वह इस्तीफा नहीं (Not resignation) देने वाले हैं। इसी बीच राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर (Home Minister G. Parameshwara) ने इन कयासों को एक बार फिर हवा दे दी है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें प्रमोशन दिया जाता है तो बेहद खुशी होगी। परमेश्वर सहकारी मंत्री केएन राजन्ना के एक बयान को लेकर जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा था कि अगर परमेश्वर का प्रमोशन होता है तो वह समर्थन करेंगे।
सिद्धारमैया के समर्थकों ने पहले कहा था कि अगर् मुख्यमंत्री बदला जाता है तो वे दलित मुख्यमंत्री का सपोर्ट करेंगे। लेकिन इसके बाद एसटी नेता सतीश जारकिहोली का समर्थन कर दिया गया। परमेश्वर ने पहले कहा था कि वह खुद को मुख्यमंत्री के तौर पर नही्ं देखते। हालांकि अब सामने आ रहा है कि अगर सिद्धारमैया को इस्तीफा देना पड़ता है तो कांग्रेस आलाकमान दलित नेता जी परमेश्वर को मुख्यमंत्री पद के लिए चुन सकती है।
शनिवार को कांग्रेस ‘राजभवन चलो’ रैली निकालने वाली है। कांग्रेस राज्यपाल पर दबाव बनाने की कोशिश करेगी कि वह सिद्धारमैया के खिलाफ केस चलाने के फैसले पर पुनर्विचार करें। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई की वजह से अभी कांग्रेस कोई फैसला नहीं लेने जा रही है। वहीं जी परमेश्वर ने कहा, Muda केस ने एक बड़ा मोड़ ले लिया है। कोर्ट में क्या होगा बाद में देखा जाएगा, फिलहाल हम लोग राज्यपाल के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
बता दें कि कानूनी लड़ाई के बीच कांग्रेस ने कर्नाटक के सभी जिलों में मोर्चा खोलल दिया है और विरोध प्रदर्शन करने जा रही है। अगर इससे कोई फायदा नहीं मिलता तो कांग्रेस के पदाधिकारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात कर सकते हैं। परमेश्वर ने कहा, हम लोगों ने राज्यपाल को पर्याप्त सबूत दिए हैं लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हैं। हमें नहीं पता कि कोर्ट क्या फैसला करेगा लेकिन राज्यपाल को जानकारी देना जरूरी था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved