भारत में 12 साल से एक भी मरीज नहीं, मगर पड़ोसी देश में मिले केस के चलते एहतियाती कदम
इंदौर। बीते 12 सालों से देशभर में पोलियो का एक भी मरीज नहीं मिला है। मगर पड़ोसी देशों में कुछ मरीज मिले हैं और अभी मलावी तथा मोजाम्बिक में केस मिलने के चलते भारत में भी एतियात के रूप में 5 साल के बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई जा रही है। इंदौर में भी 28 मई को साढ़े 3 हजार बूथों पर 5 लाख 20 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे जिले में व्यापक तैयारी की जा रही है।
कल पोलियो के संबंध में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में बैठक रखी गयी। इसमें निर्देश दिए कि अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। अभियान के अंतर्गत पांच वर्ष आयु तक का कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित नहीं रहे। शत प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण हो। ऐसे बच्चे जो 28 मई को टीकाकरण केंद्र पर पोलियो निरोधक दवा पीने से वंचित है उन्हें 29 एवं 30 मई को घर-घर जाकर पोलियो निरोधक दवा पिलायी जाए। बैठक में पल्स पोलियो अभियान की आवश्यकता तथा उसकी महत्ता के संबंध में जानकारी दी गयी। बताया गया कि भारत में 2011 के बाद एक भी केस पोलियो का नहीं मिला और 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया है लेकिन, भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान में अभी भी पोलियो के नए केस पाए जा रहे हैं। इसके साथ-साथ 2021 मे मलावी तथा 2022 मे मोजाम्बिक में पोलियो के केस पाये गये हैं।
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