इंदौर। आबादी का लगातार विस्तार हो रहा है, लेकिन पुलिस बल की संख्या उसकी तुलना में बहुत कम बढ़ाई गई। यहां तक कि नए थानों का भी अभाव है। बड़े त्यौहारों, क्रिकेट मैच, कथा, भोजन, भंडारे सहित भीड़ भरे आयोजनों के साथ-साथ चुनावी चुनौतियों से भी निपटने के लिए अब प्रदेश की पुलिस को 32 आधुनिक दंगा विरोधी वाहनों के अलावा अन्य साधन-संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिसमें हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, लाठियां, शील्ड व अन्य सामग्री रहेगी। इंदौर सहित प्रदेशभर के पुलिस जवानों को ये सामग्री वितरित की जाएगी। दूसरी तरफ पुलिस मुख्यालय ने गरबा स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश भी सभी जिला पुलिस अधिकारियों को दिए हैं।
इंदौर में ही कुछ नए थानों की मंजूरी दी जा रही है, क्योंकि चारों दिशाओं में तेजी से शहर का विस्तार हो रहा है और अब इंदौर-भोपाल में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम भी लागू कर दिया है। बावजूद इसके साधन-संसाधन और पुलिस बल की अभी भी बड़ी कमी है। अभी पुलिस मुख्यालय द्वारा इस माह के अंत तक कई दंगा निरोधी वाहनों के साथ-साथ पोली कार्बोनेट शील्ड, बॉडी प्रोटेक्टर, लाठियों के साथ तीन हजार से अधिक हेलमेट भी खरीदे जा रहे हैं। दंगा निरोधी वाहन अत्याधुनिक होंगे, जिसमें उन्नत किस्म के कैमरे, स्मॉक मशीन, सायरन, जीपीएस सिस्टम, स्पीकर माइक और एयर कंडीशन के साथ वाहन की बॉडी को पत्थर या अन्य हमले से बचाव के लिए उस पर सुरक्षा के अन्य साधन भी रहेंगे। वहीं आए दिन प्रदेश में कई जगह धरने, प्रदर्शन व अन्य आयोजन होने के अलावा उग्र भीड़ को नियंत्रित भी करना पड़ता है।
अभी कई बड़े त्यौहारों के अलावा क्रिकेट मैच जैसे आयोजनों में भी भीड़, यातायात नियंत्रण करना पड़ता है। वहीं तमाम चुनावों के दौरान भी पुलिस को इन साधन-संसाधनों की जरूरत पड़ती है। दूसरी तरफ डीजीपी सुधीर सक्सेना ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के सभी जोनल अतिरिक्त, पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर-भोपाल के पुलिस आयुक्त, रेंज उप पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षकों को दुर्गा उत्सव, प्रतिमा विसर्जन, दशहरा, दीपावली जैसे बड़े त्योहारों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। गरबा के मद्देजर कहा गया कि विशेष सुरक्षा का ध्यान रखा जाए तथा ड्रोन कैमरों का भी उपयोग इस दौरान किया जाए।
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