जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर पुलिस की सख्ती से कश्मीरी युवाओं के पकिस्तान जाकर आतंकवाद के प्रशिक्षण पर रोक लग गई है। इन्हें पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी पासपोर्ट के जरिये आतंकवाद का प्रशिक्षण देकर भारत में घुसपैठ कराती थी।
अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बाद में भाड़े के सैनिकों के साथ घाटी में घुसपैठ कराने के तरीके पर भी रोक लगाई है। अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठ के बाद पकड़े गए कुछ युवकों से पूछताछ में यह पता चला कि पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई आतंकवादियों पर किसी भी तरह घाटी से युवकों को लाने का दबाव डाल रही है, फिर चाहे वह शैक्षणिक और धार्मिक उद्देश्य के लिए हो या फिर सामाजिक समारोहों के बहाने।
उन्होंने बताया कि अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए कानूनी माध्यमों से पाकिस्तान जाने वाले कुछ कश्मीरी युवकों को भी लक्षित किया गया और यहां तक कि विस्फोटकों को संभालने और करीब से गोलीबारी करने का दो सप्ताह का प्रशिक्षण भी कराया गया।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा अतिरिक्त जांच-पड़ताल के साथ एक नई व्यवस्था लागू करने के बाद आतंकवादी प्रशिक्षण के लिए वैध यात्रा दस्तावेज पर किसी के पाकिस्तान जाने की कोई सूचना नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि नई व्यवस्था के तहत, पासपोर्ट के लिए जिन पुलिस अधिकारियों को पृष्ठभूमि सत्यापन की प्रक्रिया सौंपी गई है, उन्हें यह जांचने के लिए कहा गया है कि क्या कोई व्यक्ति पथराव जैसी किसी कानून व्यवस्था से जुड़ी घटना में शामिल रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved