भोपाल। पांच साल में रकम दोगुना करने का झांसा देने वाली श्री स्वामी विवेकानंद को-आपरेटिव सोसायटी का मुख्य ऑफिस लातुर मुंबई में है। पिपलानी थाने की एक टीम मुंबई में डेरा डाले हुए है। वहां कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि समीर नाम का व्यक्ति जो कंपनी का सरगना है वह सिंगापुर नहीं मुंबई में ही मौजूद है। हालांकि भोपाल में गिरफ्तार आरोपियों ने समीर को सिंगापुर में होना तथा वहीं से कंपनी संचालन करने की बात पुलिस को बताई थी। भोपाल में उसने कंपनी की फ्रें चाइजी दे रखी थी। कंपनी में जमा होने वाला पैसा सिंगापुर भेजा जाता था। वहां से वह दूसरे कामों में उपयोग किया जाता था। कंपनी के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद पिछले दिनों पिपलानी पुलिस ने कार्रवाई की थी। इस दौरान पुलिस ने कंपनी के आनंद नगर, अशोका गार्डन, करोंद और बैरागढ़ स्थित कार्यालयों से कम्प्यूटर और लैपटाप समेत अन्य उपकरण जब्त किए थे। जब्त हुए उपकरणों का डाटा गायब बताया गया है। उसे रिकवर करने के लिए इन उपकरणों को चंडीगढ़ या अहमदाबाद स्थित लैब में भेजा जाएगा। गिरफ्तार आरोपियों विनोद तिवारी, अंगद कुशवाह और शशांक श्रीवास्तव से हुई पूछताछ में भोपाल समेत विभिन्न शहरों में पांच हजार से ज्यादा लोगों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी करने की बात सामने आई है।
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