नागदा। उज्जैन जिले के नागदा में स्थित ग्रेसिम केमिकल डिवीजन उद्योग (Grasim Chemical Division Industries located at Nagda in Ujjain district) में दो दिन पहले एक ठेका श्रमिक भीमसेन यादव की गंभीर दुर्घटना के मामले में प्रबंधन अब दोहरी जांच में उलझा है। प्रबंधन के खिलाफ पुलिस थाने में एक शिकायत पंजीकृत हुई है। इसी प्रकार से औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग भी हरकत में आया है। श्रम संगठन ग्रेसिम क्रांतिकारी कर्मचारी यूनियन के महामंत्री भवानीसिंह शेखावत की शिकायत के बाद बिड़लाग्राम पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया है। जांच अधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है। इसी प्रकार से औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के सहायक संचालक ने भी गुरूवार को दुर्घटना स्थल का मौका मुआयना किया।
गौरतलब हैकि मंगलवार को ग्रेसिम केमिकल डिवीजन उद्योग में कार्य के दौरान ठेका मजदूर भीमसेन पिता रामलाईक दुर्घटना का शिकार हुआ था। उसके हाथ की अंगूलियां रसायन से भरे एक ड्रम में गिर गई थी।
इस संबंध में बिड़लाग्राम थाना प्रभारी हेमंतसिंह जादोन ने हिंदुस्थान समाचार संवाददाता से दूरभाष पर हुई बातचीत में गुरूवार को इस बात की पुष्टि की है कि ग्रेसिम केमिकल डिवीजन उद्योग में मजदूर की दुर्घटना के मामले में श्रमिक नेता भवानीसिंह शेखावत की शिकायत प्राप्त हुई है। जांच का जिम्मा पुलिस अधिकारी हिरेंद्रप्रतापसिंह चौहान को सौंपा गया है।
यह है शिकायत
शिकायत में श्रमिक की दुर्घटना का कारण प्रबंधन की लापरवाही का सीधा आरोप है। साथ ही श्रमिक से नियमों के खिलाफ कार्य करवाने पर उद्योग के तीन अधिकारियों पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई है। शिकायत के मुताबिक उद्योग के अधिकारी पर आरोप हैकि इनकी लापरवाही से मजदूर अपंग हुआ है। ऐसी स्थिति में उद्योग के अधिकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाए। अनियमितता के कारण मजदूर दुर्घटना का शिकार हुआ है। इसलिए उद्योग के अधिकारी डीके शर्मा, राजीव वर्णवाल एवं हरीश के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।
सहायक संचालक क्या बोले
औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के उज्जैन संभागीय अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा का कहना हैकि गुरूवार को उन्होंने नागदा पहुंचकर दुर्घटना स्थल का मौका मुआयना कर तथ्य जुटाए हैं। प्रबंधन दोषी है तो अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया घायल मजदूर का इंदौर में सफल आपरेशन हो गया है। कुल प्रभावित चार अंगूलियों में से दो ठीक हो जाएगी।
उद्योग के अधिकारी की सफाई
यूनियन नेता भवानीसिंह शेखावत की इस प्रकार के शिकायती आरोपों के बारे में उद्योग के अधिकारी डॉ अनिल कामरिया की सफाई हैकि आरोप निराधार है। मजदूर को कार्य के दौरान पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए गए थे। लेबर कमिश्नर तभी लायसेंस जारी करते है जब सभी प्रकार के सुरक्षा साधनों एवं कानूनी प्रकियाओं को पूरा किया जाए।
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