- वीडियो में खुले रूप से मारपीट करते दिखाई दे रहा है मंदिर का दर्शनार्थी-मंदिर में घुसते हैं प्रतिदिन फर्जी लोग और सवारी में व्यवस्था संभालने लगते हैं-किसके दबाव में है उज्जैन की पुलिस
उज्जैन। सोमवार की सवारी में एक व्यक्ति ने बुरी तरह पालकी के दर्शन करने वालों को धकेला और एक लड़की की चोटी खींची। और उसका नाम मुकेश मकवाना बताया जा रहा है लेकिन पुलिस ने अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज क्यों नहीं किया यह समझ से परे है। सोमवार को निकली सवारी में पालकी के दर्शन के दौरान एक लड़की की चोटी खींचते एक आरोपी का वीडियो वायरल हुआ था और इस पर कार्रवाई की बात हो रही है लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। संबंधित थाना पुलिस का कहना है कि हमारे पास कोई शिकायत लेकर ही नहीं आया तो हम कार्रवाई कैसे करें। उल्लेखनीय है महाकाल की सवारी में अराजकता का माहौल हमेशा बना रहता है क्योंकि इसमें अवांछित लोग सोला धारण घुस जाते हैं और व्यवस्था संभालने के नाम पर नेतागिरी दिखाते हैं। मंदिर में भी बड़ी संख्या में ऐसे फर्जी लोग की भीड़ बढ़ी हुई है। पिछले सोमवार को महाकाल की सवारी में पालकी दर्शन के दौरान एक लड़की की चोटी खींचते युवक का वीडियो वायरल हुआ था और विवाद के दौरान वह लड़की को पीटते हुए भी दिखाई दे रहा है।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर लगभग हर व्यक्ति ने देखा है लेकिन पुलिस इस मामले में संज्ञान लेने को तैयार नहीं है। इस मामले में महाकाल थाना प्रभारी से बात की गई तो उनका कहना है कि वीडियो देखा गया है लेकिन इस तरह की शिकायत लेकर थाने पर अब तक कोई नहीं आया है, ऐसे में वे कार्रवाई नहीं कर सकते। उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी पुलिसकर्मियों ने पूर्व की सवारी में श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की थी और जमकर बवाल मचा था। चोरी और चेन स्नेचिंग की वारदातें हर सवारी में हो रही हैं और छेड़छाड़ की घटनाओं पर भी पुलिस काबू नहीं कर पा रही है और किसी घटना का वीडियो वायरल हो जाता है तो पुलिस उस पर कार्रवाई करने से बचती नजर आ रही है। पुलिस किसके दबाव में कार्रवाई नहीं करती, इसका जवाब पुलिस के अधिकारियों से ही पता चल सकता। सावन के महीने में महाकाल मंदिर में फर्जी रूप से ठेकेदारी करने वाले नेताओं की भीड़ बढ़ी हुई है जो सोला धारण करके पूरे मंदिर परिसर में घूमते दिखते हैं और सवारी में झुंड के रूप में पालकी के आसपास चलते हैं।