नागदा। बाइक चुराने वाले गिरोह का मंडी पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरु की है जिसमें दो बाइक चोर व एक कबाड़ी है। पुलिस के अनुसार गिरोह का सरगना रोहलखुर्द का भंमर बागरी है, इसी ने अपने देपालपुर निवासी साथी उमर के साथ मिलकर उज्जैन, रतलाम व इंदौर जिले में बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। बाइक चुराने के बाद भंमर व उमर देपालुपर के ही युसूफ को 10 हजार रुपए तक में बेच देते थे। पुलिस ने बदमाशों की निशानदेही पर देपालपुर स्थित यूसूफ के कबाड़ के अड्डे पर दबिश दी तो यहाँ से 2 बाइकों के इंजन व छह बाइकें बरामद की है। सोमवार को पुलिस ने इन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है। गिरोह को पकडऩे में एएसआई सुनील परमार, प्रधान आरक्षक धर्मेंद्रसिंह, आरक्षक यशपालसिंह सिसौदिया, संदीप यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
टीआई श्यामचंद्र शर्मा ने बताया 11 अक्टूबर की रात कृष्णपालसिंह राठौर निवासी इंगोरिया की बाइक रेलवे स्टेशन की पार्किंग से चोरी हो गई थी। कृष्णपाल की शिकायत के बाद शुरु की गई जांच में पता चला कि बाइक रोहलखुर्द निवासी भंमर बागरी के पास है। मुखबीर की सूचना पर पुलिस से पहले भंमर को पकड़ा। पूछताछ में भंमर ने अपना जुर्म कबूलते हुए साथी देपालपुर निवासी उमर का नाम उगला। इसके बाद उमर को पकड़ा गया। उमर ने बताया कि उसने और भंमर ने उज्जैन के अलावा इंदौर व रतलाम जिले में बाइक चोरी की और इन्हें देपालपुर के ही युसूफ को बेचा। पुलिस ने युसूफ को पकड़कर इससे पूछताछ की तो इसने बाइक अपने देपालपुर स्थित कबाडख़ाने में होना बताया। भंमर व उमर ने कृष्णपालसिंह की बाइक भी युसूफ के कबाड़ के अड्डे पर ही रख दी थी जहाँ से पुलिस ने बरामद की। युसूफ ने पुलिस को बताया कि भंमर व उमर चोरी की बाइक 10 हजार रुपए में बेच देते थे।
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