नई दिल्ली । कृषि कानून वापस लेने की मांग (Demand to withdraw agricultural law) को लेकर किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं. धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. पुलिसकर्मियों का जोश बढ़ाने के लिए सिंघु बॉर्डर पर जगह-जगह डीजे लगाए गए हैं. इसमें बॉर्डर फिल्म का ‘संदेशे आते हैं’ जैसे गाने बज रहे हैं. वहीं किसानों ने ये डीजे बंद करने की मांग की है. उनका कहना है कि डीजे की वजह से उन्हें समस्या हो रही है. इसके लिए किसानों ने बाकायदा रिलीज जारी कर ये मांग की है.
किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू, प्रदेश महासचिव सरवन सिंह पंढेर, प्रदेश उपाध्यक्ष सविंद्र सिंह चताला ने लिखित बयान जारी किया है. इस बयान में केंद्र सरकार से किसानों के साथ बातचीत के पहले सभी गिरफ्तार किसानों को रिहा करने, बैरिकेडिंग के साथ ही पानी, इंटरनेट और वॉशरूम पर से प्रतिबंध हटाने की मांग की गई है. किसान नेताओं ने साथ ही पंडाल के समीप पुलिस की ओर से बजाए जा रहे डीजे भी बंद कराने की मांग की है और कहा है कि इससे सामान्य स्थिति बहाल हो सकेगी.
किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब की ओर से लिखित बयान में कहा गया है कि संगठन का कानूनी प्रकोष्ठ और दिल्ली का कानूनी प्रकोष्ठ पुलिस की ओर से दर्ज किए गए मामलों पर काम कर रहे हैं. समिति के मुताबिक पश्चिम विहार वेस्ट थाने में 12 एफआईआर, अलीपुर में 35, एफआईआर, नजफगढ़ में 7, नांगलोई में 8,शाहदरा में 3और उत्तम नगर में 8 मामले यानी कुल 73 एफआईआर दर्ज हैं.
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि 26 जनवरी की घटना के बाद दंगाइयों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. किसान नेताओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पथराव करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तुरंत गिरफ्तारी की मांग की और कहा कि गिरफ्तार किसानों और पत्रकार मनदीप पूनिया को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए. किसान नेताओं ने नववीर सिंह की याद में 4 फरवरी को श्रद्धांजलि सभा के आयोजन का भी ऐलान किया.
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