डेस्क: रूस के बाद वैगनर समूह के लड़ाकों से पोलैंड और लिथुआनिया जैसे देश भी भयभीत हैं. यही वजह है कि दोनों देश अब बेलारूस के साथ अपनी-अपनी सीमाएं बंद करने पर विचार कर रहे हैं. इससे पहले बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने बीते रविवार को पुतिन के साथ मुलाकात में कहा था कि बेलारूस में मौजूद वैगनर लड़ाके वर्साय (पोलैंड की राजधानी) की तरफ बढ़ना चाहते हैं. इस बात से पोलैंड बेहद चिंतित नजर आ रहा है.
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, लिथुआनिया के एक आंतरिक मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि वैगनर समूह की मौजूदगी चिंताजनक है. ऐसे में बेलारूस के साथ लगे सीमा को बंद करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है. इस दौरान लिथुआनिया ने अपने पश्चिमी सहयोगियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वैगनर ग्रुप के सैनिक बेलारूस की सीमाओं को पार करने की कोशिश कर सकते हैं. ऐसे में सतर्क रहने की आवश्यकता है.
पोलैंड की सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष, जारोस्लाव कैज़िंस्की ने शुक्रवार को कहा कि वैगनर लड़ाके मनोरंजन के लिए बेलारूस में नहीं हैं, वे कुछ योजना बना रहे हैं. वे कई प्रकार के संकट पैदा करने के लिए बेलारूस में आये हैं. उन्होंने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि उनका निशाना पोलैंड पर है. ऐसे में पोलैंड अपनी रक्षा क्षमताओं का निर्माण कर रहा है ताकि उनकी उकसावे गतिविधियां विफल हो जाएं.
गौरतलब है कि बेलारूस और पोलैंड की सीमा पर तनाव बढ़ गया है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि बेलारूस की तरफ से पुतिन एक नया हमला कर सकते हैं. वह बेलारूस के जरिए नाटो देश पोलैंड के खिलाफ आक्रामकता दिखा सकते हैं. मालूम हो कि हाल ही में बेलारूस की एक सैटेलाइट तस्वीरें आई हैं, जिसमें एक स्टोरेज एरिया देखने को मिला था, जहां देखा जा सकता है कि अचानक से गाड़ियों और हथियारों को जमा किया जा रहा है. यह तस्वीर पश्चिम की चिंता बढ़ाने के लिए काफी है.
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