इस्लामाबाद : पाकिस्तान (Pakistan) के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आजादी (independence) के नारे लगने के बाद शहबाज शरीफ सरकार (Shahbaz Sharif government) और पाकिस्तानी सेना (Pak Army) दोनों सकते में है। पाकिस्तान के अत्याचार के खिलाफ पीओकी की जनता जिस तरह खड़ी हो गई, उसने पाकिस्तानी नीति निर्माताओं को तनाव में ला दिया है। हजारों की संख्या में कश्मीरी लोग पीओके (POK) में जगह-जगह सड़कों पर उतर आए तो पाकिस्तान को पीओके के हाथ से निकल जाने का डर सताने (fear starts troubling) लगा है। पीओके में विरोध को दबाने के लिए पाकिस्तानी दमन चक्र शुरू हो गया है। चप्पे-चप्पे पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया है। इसमें पाकिस्तान रेंजर्स और फ्रंटियर कोर को भी लगाया गया है। पीओके के सभी 10 जिलों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीओके में भड़की हिंसा पर बयान दिया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीओके के हालात पर चिंता जताते हुए सभी पक्षों से मांगों के समाधान के लिए शांतिपूर्ण रास्ता निकालने का आग्रह किया। शहबाज शरीफ ने एक्स पर लिखा, ‘दुर्भाग्य से अराजकता और असहमति की स्थितियों में हमेशा कुछ लोग ऐसे होते हैं जो राजनीतिक लाभ उठाने के लिए दौड़ पड़ते हैं। बहस, चर्चा और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन लोकतंत्र की सुंदरता हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘कानून को अपने हाथ में लेने और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।’
शहबाज ने बुलाई हाई लेवल बैठक
शहबाज शरीफ ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें पीओके की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होगी। इस बीच,राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी सभी हितधारकों से संयम बरतने और बातचीत और आपसी परामर्श के माध्यम से एजेके में मुद्दों को हल करने की अपील की है। राष्ट्रपति कार्यालय से जारी बयान में उन्होंने कहा, राजनीतिक दलों, राज्य संस्थानों और पीओके के लोगों को जिम्मेदारी से कार्य करना चाहिए ताकि शत्रुतापूर्ण तत्व अपने लाभ के लिए स्थिति का फायदा न उठा सकें।
पीओके को लेकर शहबाज ने दिया निर्देश
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हालात पर पीओके के कथित प्रधानमंत्री अनवारूल हक से बात की है। इसके साथ ही उन्होंने पीओके में मौजूद अपनी पार्टी पीएमएल-एन के नेताओं को अवामी एक्शन कमेटी से बात करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी पक्षों से शांति की अपील करते हुए कहा, मुझे उम्मीद है कि विरोधियों की तमाम कोशिशों के बावजूद मामला जल्द सुलझ जाएगा।
पीओके में शनिवार को बढ़ी कीमतों और भारी भरकम नए टैक्स के खिलाफ शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था, जो रविवार को भी जारी रहा। जम्मू-कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी के आह्वान पर हजारों लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। लेकिन पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के इसे रोकने पर लोग भड़क गए। इस दौरान कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई। इसमें पाकिस्तान का एक एएसआई की मौत हुई है, जबकि कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
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