डेस्क। चीन के लोग चमगादड़ खाते हैं, कुत्ता भी खाते हैं, इनके यहां चार-पैरों वाली कुर्सी टेबल को छोड़ सबकुछ खाया जाता है. दुनिया में ये देश कोराना माहारी को लेकर पहले ही बदनाम है. ये तो वो सारी बाते हैं जिनके बारे में सारी दुनिया को पता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चीन के लोग जहरीले सांपो की खेती भी करते हैं. ये बात सुकर आपको जरूर झटका लगा होगा. चीन का एक गांव है जिसका नाम जिसिकियाओ (Zisiqiao) है. इस गांव को सांप पैदा करने के लिए ही जाना जाता है . यहां किंग कोबरा, वाइपर और रैटल स्नेक जैसे एक से बढ़कर एक जहरीले सांप पैदा किए जाते हैं.
चीन के खाने में सांपों की रेसीपी बेशक शामिल है लेकिन यहां ये लोग सापों को खाने के लिए नहीं बल्कि दवाई बनाने के लिए पैदा करते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन अपनी चिकित्सा पद्धति के लिए पंरपरागत तरीको पर ही यकिन करता है. यहां के लोगों का पेड़ पौधे और जंगली जनवरों की मदद से अपना इलाज करते हैं. सांप से स्किन डिसीज के इलाज का सबसे पहला जिक्र 100 A.D. में मिलता है. तब चीन में स्किन की गंभीर समस्या में मरीजों का इलाज सांप की त्वचा की लुगदी बनाकर उसे लगाकर किया जाता था.
स्किन की बीमारियों से बढ़ते-बढ़ते सांप को गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर में भी इस्तेमाल किया जाने लगा. ऐसे ही सांप का जहर दिल के मरीज को दिया जाता है. माना जाता है कि सांप से तैयार दवा शराब पीने से पहले ली जाए तो लिवर पर शराब का असर नहीं होता है और पीने वाला हरदम स्वस्थ रहता है. सांपों के जहर से औषधि बनाने का एक चीनी किस्सा यह भी है कि एक बार साल 1918 में यहां स्पेनिश फ्लू फैल गया था, तो इस दौरान इस बिमारी के इलाज के लिए सांप के तेल से बने दवाई से इलाज का दावा किया गया था.
चीन के जिसिकियाओ गांव में सांप उगाने की परंपरा साल 1980 में शुरू हुई थी यहां के लगभग 170 परिवार सालाना 30 लाख से भी ज्यादा सांपों को पैदा करते हैं . इस गांव के लोग सांप को बिलकुल उसी तरह पैदा करते हैं जैसे हमारे यहां कोई किसान खेतों में फसल उगाता है. सांप पैदा करने के लिए यहां के लोग सांपों की प्रजनन पद्धति को फॉलो करते हैं जिसमें पहले सीजन में सांपों का प्रजनन कराते हैं फिर पैदा हुए सांपों को पाल पोसकर बेच देते हैं . माना जाता है कि इस गांव से होकर सांप बड़े व्यापारियों के जरिए चीन के कोने-कोने में ही नहीं, बल्कि अमेरिका, जर्मनी, रूस और साउथ कोरिया भी भेजे जाते हैं.
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