चंडीगढ़: इन दिनों पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य में बुधवार को पराली जलाने की रिकॉर्ड घटनाएं दर्ज की गई हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 घंटे में सबसे ज्यादा 3634 जगहों पर पराली जलाई गई है. पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा ली गई सेटेलाइट तस्वीरों से साफ पता चलता है कि पंजाब के हर जिले में पराली जलाई जा रही है. इसमें संगरूर में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. अकेले संगरूर में 670 जगहों पर पराली जलाई गई है. मालूम हो कि संगरूर मुख्यमंत्री भगवंत मान का जिला है.
लगातार पराली जलाने से पंजाब की हवा भी खराब होती जा रही है. लुधियाना शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 349 हो गया है. वहीं चंडीगढ़ का AQI 207 पहुंच गया है. मालूम हो कि एयर क्वालिटी इंडेक्स को 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 के बीच 300 ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.
वहीं पंजाब के बरनाला जिले के गांव कलाला में पराली की आग बुझाने गई फायर ब्रिगेड की टीम, नायब तहसीलदार और कृषि विभाग की टीम को भारतीय किसान यूनियन (कादियान) द्वारा बंधक बना लिया. इसके बाद किसान फायर ब्रिगेड की गाड़ी को खुद से चलाकर गांव के गुरुद्वारा साहिब में पहुंचे. मौके पर इकट्ठा हुए किसानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. इसके साथ ही किसान संगठन और ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि धान की पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ यदि कार्रवाई की गई तो राज्यभर में सड़कों पर पराली जलाकर जाम किया जाएगा.
राज्य में बीते 1 नवंबर को 1,842 खेतों में आग लगाई गई, जिससे पराली जलाने के मामलों की संख्या 17,846 हो गई है, जबकि 2021 में इसी दिन 14,920 पराली जलाने के मामले सामने आए थे. वहीं संगरूर में बीते मंगलवार को 345 खेत में आग लगने के मामले सामने आए हैं. मुक्तसर जिले में 31 अक्टूबर तक पराली जलाने के 289 मामले सामने आए थे.
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