– एयरपोर्ट पर पीएम के विमान के लिए दो करोड़ से चौड़े किए गए टर्नपेड को मिली इस्तेमाल की मंजूरी
– प्रवासी भारतीय सम्मेलन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आ सकते हैं नए विमानों से
इंदौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल (Devi Ahilyabai Holkar International Airport of Indore) पर अब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नए बोइंग-777 विमान आसानी से उतर सकेंगे। इन विमानों को उतरने के लिए यहां रनवे के टर्नपेड की चौड़ाई कम होने पर चौड़ाई को बढ़ाया गया था। इसके बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत जांच के बाद अब डीजीसीए ने इसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब बड़े विमानों को आसानी से एयरपोर्ट पर उतारा जा सकेगा। इससे अन्य बड़े विमानों को भी काफी सुविधा मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए दो नए बोइंग-777 विमान खरीदे हैं। ये विमान काफी ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक होने के साथ ही सामान्य विमानों से लगभग दोगुने बड़े हैं। इसके कारण इन्हें देश के सभी प्रमुख एयरपोट्र्स पर उतारे जाने के लिए जरूरी काम किए जा रहे हैं। 31 अगस्त 2021 को पीएम का विमान प्रैक्टिस फ्लाइट के रूप में इंदौर भी आया था, लेकिन बिना उतरे ही रनवे के करीब तक आकर उड़ गया था। बाद में सर्वे में बताया गया कि विमान रनवे पर उतर तो सकता है, लेकिन रनवे के आखिरी छोर पर जाने के बाद यूटर्न लेकर टर्मिनल तक आने के लिए वहां बने टर्नपेड की चौड़ाई कम है। इसे देखते हुए टर्नपेड की चौड़ाई को बढ़ाने के लिए 2 करोड़ के टेंडर जारी किए गए थे। इसमें टर्नपेड की चौड़ाई तीन मीटर तक बढ़ाने का काम शामिल किया गया था। टेंडर के तहत रनवे के आखिरी छोर पर काम होना था, इसलिए विमानों की सुरक्षा को देखते हुए तय किया गया कि यह काम रात को होगा और इस दौरान विमानों का संचालन बंद रखा जाएगा। इस व्यवस्था के अंतर्गत 27 मार्च की रात से यहां काम शुरू करते हुए रात 11 से सुबह 6 बजे की बीच उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया गया था। काम को समयसीमा के हिसाब से 31 जुलाई तक पूरा करते हुए टर्नपेड की चौड़ाई को बढ़ा दिया गया था, लेकिन इसके इस्तेमाल से पहले नियमानुसार डीजीसीए से मंजूरी लेना जरूरी होता है। इसके तहत एयरपोर्ट अथोरिटी ने इसके लिए डीजीसीए में आवेदन किया था। डीजीसीए की टीम द्वारा इसका निरीक्षण करने के बाद हाल ही में इसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है, जिसके बाद अब बड़े विमान आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।
टर्नपेड चौड़ा करने के लिए छह माह रोज हुआ 14 उड़ानों का नुकसान
टर्नपेड को चौड़ा करने के लिए 27 मार्च से 31 जुलाई तक रात 11 से सुबह 6 बजे के बीच उड़ानों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके कारण 27 मार्च से घोषित शेड्यूल में इस समय में 7 जाने और 7 आने वाली उड़ानों को चलाने की मंजूरी नहीं दी गई थी और इंदौर को चार माह तक रोजाना 14 उड़ानों का नुकसान उठाना पड़ा था। 1 अगस्त से रोक हटने के बाद भी इन उड़ानों को एयर लाइंस ने चालू नहीं किया था, इस तरह यह नुकसान छह माह तक पहुंचा। अक्टूबर अंत से लागू शेड्यूल में रात 11 से सुबह 6 के बीच कुल 6 उड़ानों का संचालन शुरू हुआ है, यानी अभी भी इंदौर को उतनी उड़ानें नहीं मिल पाई है।
टर्नपेड बनने के बाद पीएम आए इंदौर, लेकिन छोटे विमान का किया इस्तेमाल
टर्नपेड बनने के बाद पीएम मोदी इंदौर भी आ चुके हैं। वे 11 अक्टूबर को इंदौर आकर उज्जैन के महाकाल लोक का लोकार्पण करने उज्जैन गए थे, लेकिन पीएम के इस दौरे के समय वे बोइंग-737 से आए थे। बताया जा रहा है कि टर्नपेड के इस्तेमाल की मंजूरी ना होने के कारण ही पीएम नए विमान विमान के बजाए पुराने विमान से इंदौर पहुंचे थे।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आ सकते हैं बोइंग-777 से
इंदौर में 8 से 10 जनवरी के बीच होने जा रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। 9 जनवरी को प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे और तीसरे व आखिरी दिन 10 जनवरी को राष्ट्रपति कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगी। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में आने के दौरान नए विमानों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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