नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजयराघवन ने कहा है कि इस महीने के अंत में देश में जारी कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने की संभावना है। एक साक्षात्कार में प्रोफेसर ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 का ऐसा कोई वैरिएंट नहीं है जिस पर वैक्सीन काम नहीं कर रही हो। साथ ही इस वायरस के तेजी से फैसले के एक नहीं कई कारण हैं। इसी वजह से संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल देखा गया है।
‘हमें क्या करना चाहिए, इस पर फोकस होना चाहिए’
उन्होंने आगे कहा, ‘देश में मिले कोरोना के नए वैरिएंट्स को देखते हुए हमें स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए उपाय करने की जरूरत है।हमें सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना है। स्ट्रेन का विश्लेषण करते हुए हमें बड़े पैमाने पर टीकाकरण करना चाहिए। हमारा फोकस क्या होगा से ज्यादा हमें अभी क्या करना चाहिए, इस पर होना चाहिए।’
ऑक्सीजन किल्लत दूर करने के लिए सरकरा ने उठाए कदम
देश के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने कदम उठाए हैं। केंद्र ने राज्यों का ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया है। ऑक्सीजन कम समय में राज्यों तक पहुंचाने के लिए वायु सेना और रेलवे की सेवाएं ली जा रही हैं। दिल्ली, हरियाणा और लखनऊ के कई अस्पतालों में गुरुवार को मेडिकल ऑक्सीजन की कमी सामने आई। आने वाले दिनों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए देश के संयंत्र पूरी क्षमता से ऑक्सीजन का उत्पादन करने में जुटे हैं।
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