इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) का अध्यक्ष बनाया गया जबकि मरियम नवाज को वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुना गया। रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैसला पीएमएल-एन जनरल काउंसिल की एक बैठक में लिया गया। अहसान इकबाल को महासचिव और कई पदाधिकारियों को पद दिए गए।
पीएमएल-एन पार्टी के अन्य नेताओं में, मरियम औरंगजेब को सूचना सचिव, अताउल्लाह तरार को उप सचिव और इशाक डार को वित्त और विदेशी मामलों के सचिव के रूप में चुना गया। इन सब पदों के लिए कोई चुनाव नहीं हुआ। इसलिए यह नियुक्तियां जाहिर तौर पर पीएमएल-एन के भीतर एकता के प्रदर्शन का संकेत देती हैं।
शहबाज शरीफ को उनके भाई नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री के रूप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद पीएम शहबाज को 2018 में पार्टी की कमान सौंपी गई थी। नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिसको लेकर उन पर कार्रवाई भी हुई थी। इसके बाद इलाज का बहाना बनाकर वह लंदन भाग गए और वह 2019 से लंदन में रह रहे हैं। लेकिन पीएमएल-एन पार्टी अभी उनकी इजाजत लेकर ही कोई निर्णय लेती है।
सूत्रों का कहना है कि वह सरकार में शीर्ष नियुक्तियां भी करते हैं। पीएम शहबाज ने कहा कि पार्टी का नेतृत्व करने के लिए नवाज शरीफ चुनाव से पहले वापस आ जाएंगे। साथ ही कहा कि नवाज शरीफ के पाकिस्तान लौटने पर देश के राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
प्रधानमंत्री शहबाज ने रुके हुए ऋण को प्राप्त करने के लिए आर्थिक चुनौतियों और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की शर्तों को पूरा करने के प्रयासों के बारे में बात की और उन्होंने नकदी संकट से जूझ रहे देश की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए डार की प्रशंसा भी की।
मरियम नवाज को नवाज शरीफ का असली उत्तराधिकारी माना जाता है। उनहोंने अपने संबोधन में कहा कि पीएम शहबाज शरीफ ने कभी भी अपने भाई से परामर्श किए बिना कोई निर्णय नहीं लिया। साथ ही मरियम ने 9 मई की हिंसा की भी निंदा की और कहा कि जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved