नई दिल्ली। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israel’s Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने एक वीडियो संदेश में चेतावनी दी कि अगर लेबनान (Lebanon) की सीम के भीतर हिजबुल्ला को काम करने की अनुमति दी जाती है, तो उसका हाल भी गाजा जैसा हो सकता है। नेतन्याहू का यह बयान उस समय आया है, जब इस्राइली सेना ने लेबनान के दक्षिणी छोर पर हिजबुल्ला के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज की है और लोगों को इलाके को खाली करने की सलाह दी है।
नेतन्याहू ने लेबनान की जनता से अपील की है कि वे अपने देश को हिजबुल्ला के चंगुल से मुक्त करें, ताकि आगे की तबाही से बचा जा सके। उन्होंने कहा, आपके पास अपने देश को बचाने का अवसर है। वरना, एक लंबा युद्ध आपके देश को गर्त में ले जाएगा और आपको भी गाजा की तरह तबाही का सामना करना पड़ सकता है। इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि इस्राइल ने हिजबुल्ला की क्षमताओं को कमजोर कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस्राइली सेना ने बेरूत में हिजबुल्ला के खुफिया मुख्यालय को निशाना बनाया है। इस्राइल की इस कार्रवाई का मकसद हिजबुल्ला के सैन्य ढांचे को नष्ट करना है।
इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया, जब हिजबुल्ला ने इस्राइल बंदरगाह शहर हाइफा पर रॉकेट दागने की जिम्मेदारी ली। यह हमला तब हुआ, जब इस्राइल की सेना ने जानकारी दी कि 85 प्रोजेक्टाइल लेबनान से इस्राइल की सीमा में प्रवेश कर गए हैं। हिजबुल्ला ने चेतावनी दी है कि यदि इस्राइली हवाई हमले जारी रहे तो वह इस्राइली शहरों और कस्बों पर हमले जारी रखेगा। इस बीच, इस्राइल रक्षा बल ने कहा कि सायरन बजने के बाद ऊपरी गैलिली और हाइफा खाड़ी के क्षेत्रों में लेबनान से प्रवेश करने वाले करीब 40 प्रोजेक्टाइल की पहचान की गई। कुछ प्रोजेक्टाइल को इस्राइली वायु सेना ने रोक लिया। कुछ इस क्षेत्र में गिरे हैं।
नेतन्याहू ने अपने वीडियो संदेश में क्या-क्या कहा
यह संदेश लेबनान की जनता के लिए है। क्या आपको याद है कि आपके देश को पश्चिम एशिया का मोती कहा जाता था? मुझे याद है। तो लेबनान के साथ क्या हुआ? अत्याचारियों और आतंकवादियो के एक गिरोह ने इसे बर्बाद कर दिया। लेबनान एक बार अपनी सहिष्णुता और सुंदरता के लिए जाना जाता था। आज यह अराजकता और युद्ध की जगह बन गई है। इस्राइल पच्चीस साल पहले लेबनान से पीछे हटा था। लेकिन जिस देश ने लेबनान पर कब्जा किया, वह इस्राइल नहीं, ईरान है। ईरान लेबनान के खर्च पर ईरान के हितों की पूर्ति के लिए हिजबुल्ला का वित्त पोषण करता है और हथियार देता है। हिजबुल्ला ने लेबनान को गोला बारूद और हथियारों के भंडार और ईरान के अग्रिम सैन्य अड्डे में बदल दिया है।
एक साल पहले सात अक्तूबर के जनसंहार के केवल एक दिन बाद हिजबुल्ला इस्राइल के खिलाफ युद्ध में शामिल हो गया। इसने हमारे शहरों और हमारे नागरिकों पर हमले किए। इसने तबसे 8,000 से ज्यादा मिसाइलें इस्राइल पर दागी हैं। यहूदियों, ईसाइयों, मुसलमानों और ड्रूज में भेद किए बिना नागरिकों की हत्याएं की हैं। इस्राइल ने इसे खत्म करने का फैसला किया है।
हमने फैसला किया है कि हम अपने लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने के लिए जो भी जरूरी होगा, करेंगे। इस्राइल को अपनी रक्षा कने का अधिकार है। इस्राइल को भी जीतने का हक है और इस्राइल जीतेगा। हमने हिजबुल्ला की क्षमताओं को कमजोर कर दिया है। हमने हसन नसरल्लाह और उनके उत्ताराधिकारी सहित हजारों आतंकवादियों को खत्म कर दिया है। आज हिजबुल्ला कमजोर है, जैसा कि कई वर्षों से होता आ रहा है।
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