नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (10 जनवरी) को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को संबोधित करते हुए सभी को नए साल की बधाई दी. पीएम ने अगले 25 साल में भारत को विकसित देश बनाने का टारगेट रखा है. उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे हुए हैं. अब भारत अगले 25 सालों की तैयारी कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारा मकसद है कि भारत को उसकी आजादी के 100 साल पूरा होने तक एक विकसित देश बनाया जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात समिट आर्थिक विकास और निवेश के लिए ग्लोबल प्लेटफॉर्म बन गया है. भारत और यूएई ने फूड पार्क के विकास, नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग और हेल्थकेयर में निवेश के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने बताया कि भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे के लिए यूएई की कंपनियां अरबों डॉलर के निवेश पर सहमत हुई हैं. भारत और यूएई अपने रिश्ते को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं.
पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति को बताया अपना भाई
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने भारत-यूएई संबंधों में आई प्रगाढ़ता का श्रेय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को दिया. पीएम ने बताया कि तेजी से बदलती विश्व व्यवस्था में भारत विश्व मित्र के रूप में आगे बढ़ रहा है.
रोचक बात है कि पीएम मोदी ने यूएई राष्ट्रपति को भाई बताया. वह बोले कि यह उनके लिए सम्मान की बात है कि नाहयान भारत आए. गुजरात समिट में पीएम मोदी ने कहा कि सभी प्रमुख रेटिंग एजेंसियों की राय है कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा. उन्होंने कहा कि दुनिया, भारत को स्थिरता के एक महत्वपूर्ण स्तंभ तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था में वृद्धि के इंजन के रूप में देखती है.
दुनिया में विश्वास की किरण बनकर उभरा भारत- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जबकि 10 साल पहले भारत 11वें स्थान पर था. आज दुनिया की हर प्रमुख रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी बन जाएगा. उन्होंने कहा कि एक ऐसे समय में जब विश्व अनेक अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है. तब भारत दुनिया में विश्वास की एक नई किरण बनकर उभरा है.
लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने दुनिया में बदल रहे वर्ल्ड ऑर्डर की बात की. प्रधानमंत्री ने करहा कि आज तेजी से बदलते हुए वर्ल्ड आर्डर में भारत विश्वमित्र की भूमिका में आगे बढ़ रहा है. भारत ने विश्व को ये भरोसा दिया है कि हम साझा लक्ष्य तय कर सकते हैं, अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं. विश्व कल्याण के लिए भारत की प्रतिबद्धता, निष्ठा, प्रयास और भारत का परिश्रम आज की दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध बना रहा है.
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