नई दिल्ली: झारखंड में विधानसभा चुनाव (assembly elections in jharkhand) के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री (Prime Minister Modi) ने चाईबासा में भी एक रैली को संबोधित किया. यहां उन्होंने अपने भाषण का फोकस आदिवासियों पर रखा. उन्होंने कहा कि झारखंड की ये भूमि, जनजातीय गौरव, जनजातीय मान-मर्यादा की साक्षी रही है. ये माटी उस आदिवासी शौर्य की साक्षी रही है, जिसने भारत की आजादी, भारत की संस्कृति और विरासत की रक्षा की है. आगे उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग आपकी रोटी-बेटी भी छीन रहे और माटी भी छीन रहे हैं. इसे बचाने के लिए एनडीए की सरकार को लाना होगा.
पीएम ने आगे इस रैली में कहा कि आज इस चुनाव अभियान में पहली बार आया हूं और यह मेरी दूसरी रैली है. दोनों रैलियों को देखने के बाद मैं दावे से कहता हूं कि भाजपा, NDA इतिहास में मिले किसी भी परिणाम से और अधिक सीटों के साथ यहां सरकार बनाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि कोल्हान ने JMM, RJD, कांग्रेस की अत्याचारी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस ली है. आगे उन्होंने कहा कि हर कोई कह रहा है इस बार कोल्हान नया इतिहास रचने जा रहा है.
पीएम ने झारखंड के अतीत को याद दिलाते हुए गुआ गोली कांड के बारे में जनसभा को बताया कि 80 के दशक में जब बिहार और दिल्ली दोनों जगह कांग्रेस की सरकार थी, झारखंड तब अलग नहीं हुआ था, ये बिहार का हिस्सा था. तब क्या हुआ था? अपने माता-पिता, दादा-दादी से पूछिए, उनको गुआ गोली कांड जरूर याद होगा. जिस तरह की बर्बरता अंग्रेजों ने की थी, वैसी ही बर्बरता यहां कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों का खून बहा कर की थी.
इस दौरान पीएम ने आदिवासी आरक्षण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि आदिवासी अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए ही बाबा साहेब अंबेडकर ने आदिवासी आरक्षण की शुरुआत करवाई थी, लेकिन उस समय भी नेहरू जी ने आदिवासियों को आरक्षण का विरोध किया था. इसके बाद जितने साल सरकार पर गांधी परिवार का कब्जा रहा, ये लोग आरक्षण के खिलाफ रहे. अब एक बार फिर इन लोगों ने खुला ऐलान कर दिया है कि आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण को समाप्त कर देंगे.
पीएम ने झारखंड में सत्तारुढ़ पार्टी पार्टी जेएमएम पर भी करारा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि जेएमएम की सचाई किसी से छुपी नहीं है. जो आरजेडी कभी झारखंड को अलग करने का कड़ा विरोध कर रही थी, आज उन्हीं की गोद में जाकर जेएमएम सरकार बनाने का सपना देख रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपनी सरकार में आदिवासी भागीदारी पर जोर दिया है. बीजेपी ने एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया. इतना ही नहीं आदिवासी को ही ओडिशा का मुख्यमंत्री बनाया है, केंद्र सरकार में भी कई आदिवासी मंत्री बनाए गए हैं.
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