भोपाल (Bhopal)। पीएम नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) 14 सिंतबर को सागर (Sagar) जिले के बीना में 50 हजार करोड़ लागत (50 thousand crore cost) के विशाल पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट का भूमि-पूजन (Ground breaking ceremony of petrochemical project) करेंगे. पीएम पिछले महीने 12 अगस्त को सागर आए थे. एक महीने में उनका यह दूसरा दौरा है. प्रधानमंत्री की भोपाल विमानतल पर अगवानी प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) करेंगे. नरोत्तम मिश्रा को मिनिस्टर इन वेटिंग बनाया गया है वहीं शिवराज सरकार (Shivraj government) में मंत्री भूपेंद्र सिंह, अरविंद भदौरिया और गोविंद राजपूत ने प्रशासन के साथ पीएम के दौरे को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा की और प्रस्तावित कार्यस्थल का निरीक्षण किया।
बीपीसीएल (Bharat Petroleum Corporation Limited) की रिफायनरी वर्ष 2011 से सागर के बीना में चल रही है. अब इसका विस्तारीकरण किया जा रहा है. बीपीसीएल इस प्रोजेक्ट पर लगभग 50 हजार करोड़ रूपये खर्च कर रही है. इस राशि से भारत पेट्रोलियम द्वारा सागर स्थित बीना रिफाइनरी परिसर में प्रतिवर्ष 2200 किलो टन उत्पादन क्षमता का एक विशाल पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें मध्य प्रदेश सरकार का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है. परियोजना के तहत क्षेत्र को इंडस्ट्रियल कलस्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है।
रिफायनरी की क्षमता का होगा विस्तार
परियोजना की आवश्यकताओं को देखते हुए बीना रिफाइनरी की 7.8 एमएमटीपीए क्षमता का विस्तार कर 11 एमएमटीपीए किया जा रहा है. साथ ही यहां उत्कृष्ट तकनीक वाले 1.2 एमएमटीपीए क्षमता के एथलीन क्रेकर कॉम्पलेक्स और डाउनस्ट्रीम पेट्रोकेमिकल संयंत्र की भी स्थापना की जा रही है. लगभग 50 हजार करोड़ की लागत से बनने वाली इस परियोजना को अगले 5 वर्षों में पूर्ण कर लिया जाएगा. निर्माण के दौरान लगभग 15000 को प्रत्यक्ष और दो लाख लोगों कोअप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
यह होगा पेट्रो केमिकल्स परिसर में
इस संयंत्र में विभन्न प्रकार के पॉलिमर का उत्पादन होगा, जिनमें LLDPE HDPE और पॉलीप्रॉपलीन के साथ ऐरोमेटिक्स शामिल हैं. आज शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र हो, जहां इन पेट्रोकेमिकल्स द्वारा निर्मित उत्पादों का उपयोग न होता हो जैसे पाइप्स, फर्नीचर, कंटेनर ऑटोमोटिव पार्ट्स, मेडिकल उपकरण, पैकिंग मटेरियल, विभिन्न प्रकार के फिल्म, कृषि और निर्माण कार्य उपयोगी उपकरण इत्यादि. परियोजना के पूर्ण होने के बाद मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति प्राप्त होगी. पेट्रोकेमिकल से संबंधित विभिन्न प्रकार के उद्योग जैसे- फिल्म्स, फाइबर, इंजेक्शन मोल्डिंग, ब्लो मोल्डिंग, पाइप्स, बहुपयोगी कृषि और निर्माण कार्य उपकरण आदि के क्षेत्र निवेश को आकर्षित करेगा।
इस संयंत्र के आरंभ होने से देश में होने वाले आयात में प्रतिवर्ष लगभग 20 हजार करोड़ रुपये के समतुल्य विदेशी मुद्रा की बचत होगी और देश आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर होगा. इससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. स्थानीय लोगों का स्वयं का व्यवसाय आरंभ करने का भी अवसर मिलेगा. इसकी समीक्षा बैठक में नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली दफा इतना बड़े 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश से प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार होगा।
निवेश से औद्योगिक क्षेत्र का होगा विस्तार: मंत्री भूपेंद्र सिंह
उन्होंने कहा कि साथ में 2 लाख व्यक्तियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. यह बुंदेलखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा. मध्य प्रदेश के इतिहास में प्रथम बार उद्योग क्षेत्र में इतना बड़ा निवेश हो रहा है. इस निवेश से संपूर्ण मध्य प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार होगा और रोजगार के नये अवसर प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा कि यह बुंदेलखंड के साथ-साथ संपूर्ण मध्य प्रदेश में रोजगार के साथ औद्योगिक निवेश भी होगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को सागर जिले में पधार रहे हैं. यह सागर का सौभाग्य है कि लगभग एक माह के अंदर पीएम नरेंद्र मोदी दो बार पधारे हैं, उनके भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने से सागर सहित बुंदेलखंड का नाम रोशन होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेई के नदी जोड़ो अभियान को आगे बढ़ाते हुए 40000 करोड़ से अधिक की राशि का शीघ्र ही भूमि पूजन भी करेंगे. उन्होंने कहा कि केन, बेतवा लिंक नदी परियोजना से बुंदेलखंड की एक-एक इंच जमीन सिंचित होगी और बिजली का उत्पादन भी बढ़ेगा।
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