भोपाल। 11 अक्टूबर को उज्जैन आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल मंदिर में जल नहीं चढ़ा सकेंगे। पीएम गर्भगृह में रहकर सिर्फ सूखी पूजा कर सकेंगे। उज्जैन प्रशासन ने संध्या आरती में मोदी के शामिल होने की जानकारी महाकाल मंदिर समिति को दी है। गर्भगृह में शाम 5 बजे से भगवान महाकाल को जल चढ़ाना बंद हो जाता है, क्योंकि इसके बाद यहां परंपरागत पूजन, श्रृंगार और आरती होती है। ऐसे में प्रधानमंत्री गर्भगृह में रहकर भी भगवान को जल अर्पित नहीं कर सकेंगे। शाम 5.30 बजे तक शासकीय पुजारी संध्या पूजन करते हैं। इसके बाद भांग और सूखे मेवों से भगवान का श्रृंगार होता है। शाम 6.30 बजे से संध्या आरती की तैयारी शुरू हो जाती है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मोदी शाम 5.30 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के महाकाल मंदिर पहुंचने का समय संध्या का है। प्रधानमंत्री शंख द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे। दर्शन-पूजन के बाद शंख द्वार से बाहर आकर नंदी द्वार पहुंचकर श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद पीएम क्षिप्रा तट कार्तिक मेला ग्राउंड सभास्थल पर पहुंचेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved