नई दिल्ली। आज नौसेना दिवस है। इस मौके पर पीएम मोदी नौसेना द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे और नौसेना की युद्धक तैयारियों को देखेंगे। खबर के अनुसार, नौसेना दिवस पर पश्चिमी तट पर स्थित महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग किले में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस किले का निर्माण छत्रपति शिवाजी ने किया था और इस किले की काफी ऐतिहासिक अहमियत है।
नौसेना अपनी ताकत का करेगी प्रदर्शन
नौसेना दिवस पर भारतीय नौसेना अपनी युद्धक तैयारियों को परखेगी। इस युद्धाभ्यास में युद्धक जहाज, पनडुब्बियां और एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। नेवी के अधिकारियों ने बताया कि इस युद्धाभ्यास में आईएनएस विक्रमादित्य, युद्धक जहाज आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि, विशाखापत्तनम, चेन्नई, ब्रह्मपुत्र, ब्यास, बेतवा, ताबर और सुभद्रा के साथ ही कलावरी श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी और नौसेना के एयरक्राफ्ट चेतक, एलएच ध्रुव, एमएच60 रोमियो, कामोव 31, सीकिंग 42बी हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे।
क्या है नौसेना दिवस का इतिहास
बता दें कि हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय नौसेना के इतिहास में साहस और गर्व के दिन के रूप में याद किया जाता है। दरअसल 4 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ट्राइडेंट चलाकर पाकिस्तान को कराची बंदरगाह को तबाह कर दिया था। नौसेना का ऑपरेशन ट्राइडेंट 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में बेहद अहम साबित हुआ था और इसने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था, जिससे बांग्लादेश बना। नौसेना के इस साहस और जज्बे को सलाम करने के लिए ही हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
सिंधुदुर्ग किले का निर्माण छत्रपति शिवाजी महाराज ने 1660 में कराया था। यह किला अरब सागर में काफी रणनीतिक अहमियत रखता है। यह किला कोंकण में मालवान के तट के नजदीक स्थित एक द्वीप पर स्थित है। सिंधुदुर्ग किला करीब 47 एकड़ में फैला है।
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