नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के विशेष सत्र में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने लोकसभा को संबोधित किया और अपनी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी. पीएम मोदी ने न सिर्फ अपनी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी, बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव की सरकार तक के जरिए उठाए गए कदमों की तारीफ भी की.
पीएम मोदी ने जवाहरलाल नेहरू की सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि पंडित नेहरू की जो प्रारंभिक मंत्रिपरिषद थी. उसमें कई प्रमुख लोग शामिल थे. नेहरू की कैबिनेट में शामिल बाबा साहब आंबेडकर ने दुनिया की सबसे बेहतरीन नीतियों को भारत में लाने पर जोर दिया. फैक्ट्री कानूनों में अंतरराष्ट्रीय सुझावों को लागू करने की वकालत की गई. इसका परिणाम देश को आज तक मिल रहा है. बाबा साहेब आबंडेकर ने नेहरू जी की सरकार में वाटर पॉलिसी दी.
आबंडेकर हमेशा कहते थे कि भारत के विकास के लिए इसका औद्योगीकरण होना जरूरी है. देश के पहले वाणिज्य और उद्योग मंत्री के रूप में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इंडस्ट्री पॉलिसी बनाई. आज भी जितनी नीतियां बनती हैं, उसकी आत्मा पहली सरकर की नीतियों से जुड़ी हुई है.
लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी पर क्या बोले पीएम?
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ने इसी सदन से 1965 के पाकिस्तान युद्ध के समय जवानों का हौसला बढ़ाया था. यहां से ही हरित क्रांति के लिए मजबूत नींव दी गई. इंदिरा गांधी के नेतृत्व में इसी सदन ने बांग्लादेश की मुक्ति के आंदोलन को समर्थन दिया. इसी सदन में इमरजेंसी में लोकतंत्र पर हुए हमले को देखा. इसी सदन ने लोकतंत्र की मजबूत वापसी को भी देखा.
नरसिम्हा राव के दौर की नीतियों का किया जिक्र
पीएम मोदी ने देश के उस दौर का भी जिक्र किया, जब भारत एक बड़े आर्थिक संकट में फंसा हुआ था. उन्होंने बताया कि देश एक वक्त आर्थिक नीतियों के बोझ तले दबा हुआ था. पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की सरकार ने पुरानी नीतियों को छोड़कर नई नीतियां बनाईं, जिसका फायदा आज भी हो रहा है.
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