नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के बीच जल्द मुलाकात होने वाली है। यह मुलाकात नवंबर के मध्य में इंडोनेशिया (Indonesia) में होने वाली जी-20 लीडरशिप समिट (G-20 Leadership Summit) से इतर होगी।
आपको बता दें कि एफटीए पर अंतिम फैसला के लिए दोनों ही देशों में तैयारियां शुरू हो गई है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश पीएम सुनक से फोन पर बातचीत की थी। इस बातचीत में दोनों ने एफटीए के प्रति अपनी अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की थी।
खबरों की माने तो जी-20 शिखर सम्मेलन कई दूसरे कारणों से अभी से चर्चा में है। इस बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी हिस्सा लेंगे। इसके कारण शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की हाल में उज्बेकिस्तान की राजधानी समरकंद में हुई बैठक की तर्ज पर जिनपिंग-मोदी की मुलाकात पर कयासों का बाजार गर्म है।
विदित हो कि एससीओ की बैठक में पीएम मोदी ने जिनपिंग से दूरी बनाई थी। चर्चाओं का बाजार गर्म इसलिए भी है कि हाल ही में शी जिनपिंग को बतौर राष्ट्रपति तीसरा कार्यकाल मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई देने से दूरी बरती है।
दूसरी तरफ जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर जिनपिंग-मोदी की मुलाकात की संभावना जताई जा रही है, मगर सरकारी सूत्र फिलहाल मुलाकात की संभावना से इंकार कर रहे हैं। सरकारी सूत्रों का कहना है कि भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) चीन के लचर रवैये से सरकार खुश नहीं है।
पूर्वी लद्दाख में गलवां घाटी हिंसा के बाद भारत को जल्द से जल्द तनाव कम होने की उम्मीद थी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में भारत अपनी ओर से सकारात्मक संदेश नहीं देना चाहता। सरकारी सूत्रों का कहना है कि इस बीच अगर चीन की ओर से विवाद सुलझाने के लिए बड़ा फैसला किया गया तभी भारत अपना रुख सकारात्मक करेगा।
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