सिंधुदुर्ग। महाराष्ट्र (Maharashtra) के सिंधुदुर्ग में बीते दिनों छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की प्रतिमा गिर गई थी। इस घटना को लेकर महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक घमासान मचा हुआ था। आज शुक्रवार को महाराष्ट्र पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने एकसभा में इस घटना को लेकर माफी (Forgiveness) मांगी है।
महाराष्ट्र के पालघर में शुक्रवार को पीएम मोदी ने कहा कि जब मुझे पीएम का उम्मीदवार घोषित किया था तब सबसे पहले मैं रायगढ़ गया था छत्रपति शिवाजी महाराज के यहां। पिछले दिनो सिंधुदुर्ग में जो हुआ शिवाजी ये सिर्फ नाम नहीं है, वो सिर्फ राजा नहीं है, हमारे लिए शिवाजी आराध्य है। शिवाजी के चरणों में नमन करके माफी मांगता हूं।
PM मोदी ने कहा कि कुछ लोग वीर सावरकर को गाली देते रहते हैं लेकिन उनके अपमान के लिए माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया’ अपनी ताकत जानता है और उसने गुलामी की जंजीरों को पीछे छोड़ दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर में वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 76,000 करोड़ रुपये है। पीएम मोदी ने करीब 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि महाराष्ट्र के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। वाढवण पोर्ट की आज नींव रखी गई है। ये देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि अब ये भारत, नया भारत है। नया भारत- इतिहास से सबक लेता है, अपने सामर्थ्य को पहचानता है, अपने गौरव को पहचानता है, गुलामी की बेड़ियों के हर निशान को पीछे छोड़ते हुए नया भारत समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के नए पत्थर लगा रहा है। एक समय था, जब भारत को विश्व के सबसे समृद्ध और सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था। भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार था- भारत की सामुद्रिक सामर्थ्य… हमारी इस ताकत को महाराष्ट्र से बेहतर और कौन जानेगा?
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