नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानसून सत्र में हिस्सा लेने के लिए सोमवार सुबह संसद पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने पत्रकारों से कोरोना महामारी, वैक्सीन और संसद सत्र को लेकर बात की। पीएम ने कहा कि टीका बाहु (बांह) में लगाया जाता है, जो इसे लेता है वह ‘बाहुबली’ बन जाता है।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 40 करोड़ से ज्यादा लोग ‘बाहुबली’ बन गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप भी वैक्सीन लगवा कर बाहुबली बनें। पीएम ने कहा कि सभी माननीय तीखे से तीखे सवाल पूछें ताकि जनता को उसके सवालों का जवाब मिल सके। साथ ही अपील की कि धारदार सवाल पूछें, लेकिन सरकार को जवाब देने का मौका भी दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद का मानसून सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है और इसके लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन पत्रकारों से चर्चा में प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों से तीखे से तीखे सवाल पूछने को कहा, लेकिन साथ ही आग्रह किया कि शांत वातावरण में वह सरकार को जवाब देने का मौका भी दें।
Vaccine is given in ‘baahu’ (arms), those who take it become ‘Baahubali’. Over 40 cr people have become ‘Baahubali’ in the fight against COVID. It’s being taken forward. The pandemic has gripped the entire world. So we want meaningful discussions in the Parliament over it: PM pic.twitter.com/YjrKUGQAqB
— ANI (@ANI) July 19, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने टीका लगाने वालों को ‘‘बाहुबली’’ करार दिया और कहा कि अब तक 40 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है और आगे भी यह सिलसिला तेज गति से जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना ऐसी महामारी है, जिसकी चपेट में पूरा विश्व और मानव जाति है। हम चाहते हैं कि इस संदर्भ में संसद में सार्थक चर्चा हो ओर प्राथमिकता के आधार पर हो। सारे सांसद का सुझाव भी मिले। इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है ओर यदि कमियां रह गई हो तो उन्हें ठीक भी किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के मुद्दे पर वह सभी मुख्यमंत्रियों और अन्य लोगों से चर्चा करते रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में सदन के नेताओं से भी चर्चा करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि संसद का यह सत्र परिणामकारी हो और सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो। जनता जवाब चाहती है और सरकार की भी जवाब देने की तैयारी है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved