म्यूनिख: जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी पहुंच गए हैं. उन्होंने सम्मेलन शुरू होने से पहले रविवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संकट, खाद्य सुरक्षा, आतंकवाद से मुकाबला, पर्यावरण, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे सामयिक मुद्दों पर विश्व नेताओं के साथ ‘सार्थक चर्चा’ होगी.
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज के निमंत्रण पर मोदी 26 और 27 जून को होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए म्यूनिख गए हैं. दुनिया के सात सबसे अमीर देशों के समूह जी-7 के अध्यक्ष के रूप में जर्मनी इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘‘जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए म्यूनिख पहुंचा हूं. मैं शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व नेताओं के साथ सार्थक चर्चा की उम्मीद करता हूं.’’
इससे पहले, म्यूनिख पहुंचने पर भारतीय मूल के लोगों ने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया. बर्लिन स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘‘जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए म्यूनिख पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजदूत हरीश पर्वतनेनी और नंदिता पर्वतनेनी ने म्यूनिख हवाईअड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया.’’ भारतीय मिशन ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का म्यूनिख में गर्मजोशी से विशेष स्वागत किया.’’ जी-7 शिखर सम्मेलन के मेजबान जर्मनी ने भारत के अलावा अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को शिखर सम्मेलन के लिए अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट में कहा, ‘‘जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जर्मनी पहुंचे हैं. वह जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संकट, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, लैंगिक समानता और अन्य मुद्दों पर जी-7 देशों के नेताओं के साथ होने वाली चर्चा में भाग लेने के अलावा कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे.’’ जी-7 के नेता सम्मेलन के दौरान यूक्रेन संकट पर चर्चा कर सकते हैं. यूक्रेन पर रूस के हमले की वजह से भू-राजनीतिक उथल-पुथल के अलावा वैश्विक खाद्य और ऊर्जा संकट पैदा हो गया है.
पीएम मोदी ने अपनी यात्रा से पहले एक बयान में कहा था, ‘‘शिखर सम्मेलन के सत्रों के दौरान मैं पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आतंकवाद का मुकाबला, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे सामयिक मुद्दों पर जी-7 काउंटी, जी-7 भागीदार देशों और अतिथि अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करूंगा.’’ विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने शुक्रवार को बताया था कि पीएम मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर समूह के नेताओं और अतिथि देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें व चर्चा करेंगे.
मोदी ने कहा कि वह पूरे यूरोप में बसे भारतीय समुदाय के सदस्यों से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं, जो अपनी स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं के साथ-साथ यूरोपीय देशों से भारत के संबंधों को समृद्ध करने में बहुत योगदान दे रहे हैं. जर्मनी के बाद मोदी 28 जून को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाएंगे और खाड़ी देश के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त करेंगे. पिछले कई वर्षों से बीमार चल रहे शेख खलीफा का 13 मई को निधन हो गया था.
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