नई दिल्ली (New Delhi)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) जुलाई की शुरुआत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Russian President Vladimir Putin) के साथ व्यापक बातचीत(Comprehensive conversation) करने के लिए मॉस्को की यात्रा(Trip to Moscow) कर सकते हैं। राजनयिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। उनकी यात्रा की खबर सामने आते ही अमेरिका चिढ़ गया है। अमेरिकी उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल ने बुधवार को कहा कि सैन्य और टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में भारत और रूस की पार्टनरशिप को लेकर अमेरिका चिंतित है। उन्होंने हालांकि भारत-अमेरिका साझेदारी को आगे बढ़ाने में विश्वास और भरोसा भी जताया है।
उनसे जब पूछा गया कि क्या रूस के साथ भारत की महत्वपूर्ण सैन्य और टेक्नोलॉजी साझेदारी को देखते हुए भारत के साथ संवेदनशील टेक्नोलॉजी को साझा करने को लेकर अमेरिका में चिंताएं हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच पूर्ण और स्पष्ट संवाद है। हम प्रमुख देशों के साथ अपने आपसी संबंधों पर चर्चा करते हैं और उनमें रूस के साथ भारत के संबंध भी शामिल हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका भारत के साथ बहुत गहरे और मजबूत संबंध विकसित करना चाहता है। उन्होंने कहा, “हम यह जानते हैं कि भारत और रूस के बीच जारी संबंधों से कौन से क्षेत्र प्रभावित होते हैं। मुझे लगता है कि हम उन क्षेत्रों में उनकी घनिष्ठता को कम करने के लिए जो भी कदम उठा सकते हैं उठाएंगे। हमें भारत पर पूरा भरोसा है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि अमेरिका और भारत दोनों ही महान शक्तियां हैं। हमारे बीच कई क्षेत्रों में तालमेल है, लेकिन यह आश्चर्य की बात नहीं है कि ऐसे क्षेत्र भी होंगे जहां हमारे दृष्टिकोण, विचार और ऐतिहासिक संबंध शायद मेल नहीं खाते हों।”
आपको बता दें कि अगर दौरा होता है तो करीब पांच वर्षों में भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला रूस दौरा होगा। पीएम मोदी ने सितंबर 2019 में आर्थिक संगोष्ठी में हिस्सा लेने के लिए रूस के सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक का दौरा किया था। भारत की ओर से पीएम के संभावित दौरे को लेकर किसी प्रकार की कोई पुष्टि नहीं की गयी है। लेकिन क्रेमलिन के एक अधिकारी ने बताया कि मोदी के रूस दौरे को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।
रूसी राष्ट्रपति के सहायक यूरी उशाकोव ने कहा ”मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि हम भारतीय प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियां कर रहे हैं। हम तरीख नहीं बता सकते हैं क्योंकि इसकी घोषणा सहमति बनने के बाद पक्षकारों द्वारा की जाती है। ” एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम जोरशोर से तैयारी कर रहे हैं। मैं एक बार फिर जोर देकर कहना चाहता हूं कि यह दौरा होगा।’’
राजनयिक सूत्रों ने बताया कि आठ जुलाई के आसपास भारत के प्रधानमंत्री की एक दिवसीय यात्रा की योजना बनाई जा रही है लेकिन तरीख अबतक तय नहीं है और विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। अगर मोदी रूस जाते हैं तो वह और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तीन वर्षों के अंतराल के बाद भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन करेंगे।
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