नई दिल्ली। कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन (Kautilya Economic Conference) में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रूस-यूक्रेन और पश्चिम एशिया संघर्ष (Russia-Ukraine and West Asia conflict) का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन में ऐसे समय में हो रहा है, जब दुनिया के दो बड़े क्षेत्रों में युद्ध की स्थिति बनी हुई है। वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी जीडीपी के साथ सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। पीएम ने कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन हमारा मार्गदर्शक मंत्र है। जब लोगों का जीवन बदल जाता है, तो वे अपने देश में विश्वास करना शुरू कर देते हैं। फिर वही बात उनके जनादेश में दिखती है। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों का विश्वास ही हमारी ताकत है। हम भारत की भलाई के लिए और अधिक संरचनात्मक सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता है कि भारत को विकसित बनाने के लिए हम लगातार संरचनात्मक सुधार करते रहेंगे। भारत में समावेशी विकास हो रहा है। इसके चलते पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भारत की वृद्धि का लाभ सभी को मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक नेता और वित्तीय विशेषज्ञ भारत के विकास की गति को देख रहे हैं। निवेशक मान रहे हैं कि भारत में निवेश का यह सही समय है। यह कोई संयोग नहीं है, बल्कि हमारी ओर से पूर्व में किए गए सुधारों का परिणाम है।
पीएम ने कहा कि बीते दशक में हमने बुनियादी ढांचे पर निवेश को अभूतपूर्व स्तर पर बढ़ाया है। भारत के प्रक्रिया सुधार ने सरकार की गतिविधियों का हिस्सा बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हम पीएलआई (प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव) लाए। पीएलआई के कारण 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है। अंतरिक्ष क्षेत्र में अब 200 से अधिक स्टार्टअप हैं। भारत मोबाइल फोन के आयातक से उत्पादक बन गया है। भारत में हर क्षेत्र में निवेश के प्रचुर अवसर हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत के पांच सेमीकंडक्टर प्लांट दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में लगाए जाएंगे और मेड इन इंडिया चिप्स दुनिया तक पहुंच सकेंगे। पीएम इंटर्नशिप स्कीम के तहत पहले दिन ही 111 कंपनियों ने पोर्टल पर रजिस्टर किया है। इस स्कीम के तहत हम एक करोड़ युवाओं को बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप में मदद कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि इस वर्ष के बजट में हमने युवाओं के कौशल विकास और इंटर्नशिप के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है। केवल 10 वर्षों में भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स रैंकिंग में 81वें से 39वें स्थान पर पहुंच गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत न सिर्फ शीर्ष पर पहुंचने के लिए प्रयासरत है, बल्कि शीर्ष पर अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए भी काम कर रहा है। हमारे लिए यह कॉन्क्लेव सिर्फ एक डिबेट क्लब नहीं है। हम यहां से मिलने वाले सुझावों को गंभीरता से लेते हैं और नीति निर्माण के दौरान उन्हें लागू करने का प्रयास करते हैं। यह हमारे शासन मॉडल का एक हिस्सा बन जाता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved