रोम। 16वीं जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इटली के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वेटिकन सिटी में ईसाई धर्म के सर्वोच्च नेता पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार बैठक केवल 20 मिनट के लिए निर्धारित की गई थी, लेकिन एक घंटे तक चली।
बैठक में पीएम मोदी और पोप ने ग्रह को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई मुद्दों पर चर्चा की जैसे कि जलवायु परिवर्तन से लड़ना और गरीबी को दूर करना। इसके बाद पीएम मोदी प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में शामिल होने के लिए वहां से रवाना हो गए। इसके अलावा पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का भी न्यौता दिया।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले यह दौरा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना गया है। क्योंकि गोवा में ईसाई समुदाय एक महत्वपूर्ण समर्थन आधार बनाता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि राज्य में भाजपा के लिए समुदाय का वोट महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके समर्थन के बिना सरकार बनाना मुश्किल है।
इसके अलावा रोमन कैथोलिक चर्च का केरल में भी प्रभाव है। ईसाई और मुसलमान राज्य की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं और भाजपा एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में उभरने के लिए ईसाइयों का समर्थन पाने की इच्छुक है। बता दें कि केरल में भाजपा सफलता पाने में कामयाब नहीं हो पाई है। इस दौरे से भाजपा को देश के अन्य हिस्सों में भी चुनावी लाभ मिल सकता है।
पीएम मोदी 29 से 31 अक्तूबर तक इटली दौरे पर
बता दें कि पीएम मोदी इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी के निमंत्रण पर 29 से 31 अक्तूबर तक रोम, इटली और वेटिकन सिटी के दौरे पर हैं। वहीं शुक्रवार को इटली पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। जिसके बाद पीएम मोदी ने इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी से मुलाकात की।
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