वारंगल. इंडियन ओवरसीज (Indian Overseas) कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) के भारतीयों (Indians) के रंग-रूप से जुड़े बयान पर बीजेपी (BJP) हमलावर हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) समेत बीजेपी ने पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर भी निशाना साधा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के वारंगल में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस और राहुल गांधी को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत गुस्से में हूं. शहजादे के एक अंकल ने आज ऐसी गाली दी है, जिसने मुझे गुस्से में भर दिया है. संविधान सिर पर रखने वाले लोग देश की चमड़ी का अपमान कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि जिनकी चमड़ी का रंग काला होता है, क्या ये सब अफ्रीका के हैं? मेरे देश के लोगों को चमड़ी के रंग के आधार पर इन्होंने गाली दी है. अरे चमड़ी का रंग कोई भी हो, हम तो श्रीकृष्ण की पूजा करने वाले लोग हैं. शहजादे आपको जवाब देना होगा. चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान देश सहन नहीं करेगा और मोदी तो कतई सहन नहीं करेगा.
पूर्वोत्तर भारत के लोगों को चीन के लोगों जैसा और दक्षिण भारतीयों को अफ्रीकी बताने वाले सैम पित्रोदा के बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि सैम भाई, मैं पूर्वोत्तर से हूं और भारतीय दिखता हूं. हम विविधता में यकीन रखते हैं. हम अलग-अलग दिख सकते हैं लेकिन सभी लोग एक हैं. हमारे देश के बारे में थोड़ा तो समझ लो!
बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सैम पित्रोदा भारत को नहीं समझते हैं. वो राहुल गांधी के सलाहकार हैं. अब समझ आता है कि राहुल गांधी इतना अनाप-शनाप क्यों बोलते हैं? इन लोगों को देश की कुछ समझ नहीं है.
बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ये पप्पू के प्रॉक्सी प्रोफेसर हैं. इनके इसी ज्ञान से कांग्रेस देश की पार्टी से अब मोहल्ले की पार्टी बनकर रह गई है. विदेश में बैठकर हमारे देश के बारे में गाली देते रहते हैं. गुरु नंबरी और चेला 10 नंबरी है.
केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने पित्रोदा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये लोग हताश हैं, कुछ भी बोलते रहे हैं. ये शर्मनाक है. देश को तोड़ने के अलावा इनके पास कोई बात नहीं है. कोई नेता और कोई नीयत नहीं है इन लोगों के पास.
ठीक इसी तरह केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी पित्रोदा के इस बयान पर कहा कि आखिर इस तरह राहुल गांधी के मेंटर उन्हें भारत को बांटना सीखा रहे हैं.
वहीं, अभिनेत्री और बीजेपी के टिकट पर हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से उम्मीदवार कंगना रनौत भी कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधने से पीछे नहीं रही. कंगना ने कहा कि सैम पित्रोदा, राहुल गांधी के मेंटर हैं. उनके भारतीयों को लेकर नस्लवादी और विभाजनकारी बयानों को सुनिए. उनकी पूरी विचारधारा ही बांटो और राज करो की है. भारतीयों को चीनी और अफ्रीकी कहना बेहद खराब है.
क्या कहा था सैम पित्रोदा ने?
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भारत के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों की विवादित रूप से तुलना की थी. उन्होंने कहा था कि भारत एक अत्यंत विविधता भरा देश है, जहां पूर्वी भारत में रहने वाले लोग चीन के लोगों जैसे, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे, उत्तर भारत में रहने वाले श्वेतों की तरह और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं. लेकिन इससे फर्क नहीं पड़ता.
उन्होंने कहा कि हम अलग-अलग भाषाओं, धर्मों और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं. ये वही भारत है, जिस पर मेरा भरोसा है, जहां हर किसी का सम्मान है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है.
इससे पहले सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स को दिए बयान पर विवाद हो गया था. उन्होंने ये बयान राहुल गांधी की उस टिप्पणी के जवाब में दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार में आई तो एक सर्वे कराया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किसके पास कितनी संपत्ति है. उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पित्रोदा ने अमेरिका में लगने वाले विरासत टैक्स का जिक्र किया था.
पित्रोदा ने कहा था कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है. अगर किसी शख्स के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है. उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को ट्रांसफर हो जाती है जबकि 55 फीसदी संपत्ति पर सरकार का मालिकाना हक हो जाता है.
उन्होंने कहा था कि ये बहुत ही रोचक कानून है. इसके तहत प्रावधान है कि आपने अपने जीवन में खूब संपत्ति बनाई है और आपके जाने के बाद आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए. पूरी संपत्ति नहीं बल्कि आधी, जो मुझे सही लगता है. लेकिन भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है. यहां अगर किसी के पास 10 अरब रुपये की संपत्ति है. उसके मरने के बाद उनके बच्चों को सारी की सारी संपत्ति मिल जाती है, जनता के लिए कुछ नहीं बचता. मुझे लगता है कि इस तरह के मुद्दों पर लोगों को चर्चा करनी चाहिए. मुझे नहीं पता कि इस चर्चा का निचोड़ क्या निकलेगा. हम नई नीतियों और नए प्रोग्राम की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो ना कि सिर्फ अमीरों के हित में हो. मालूम हो कि पित्रोदा के इस बयान पर खूब विवाद हुआ था.
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