नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक (Two day meeting of National Executive) पूरी हो गई है. 2 दिन में पार्टी पूरी तरह से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए मिशन मोड में आ गई है. पहले दिन पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (party president JP Nadda) ने कहा कि इस साल 9 विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी को सभी चुनावों (all elections) को जीतना है. इस साल एक भी हार को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
वहीं आज यानी 17 जनवरी को पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए 400 दिन बचे हैं, सभी तैयारी में जुट जाएं. बीजेपी अभी से अपनी कमियों पर काम करना चाहती है. बूथ स्तर पर पार्टी को और मजबूत करने की कोशिश होगी. पीएम मोदी ने समापन भाषण में कार्यकर्ताओं को बताया कि कैसे पार्टी को आगे ले जाना है. कैसे लोकसभा चुनाव की तैयारी करनी हैं.
1. लोकसभा चुनाव में अब महज 400 दिन बचे हैं. लिहाजा आप समाज के सभी धर्मों और वर्गों के पास जाइए. अपनी बात रखिए, भले ही हमें वोट मिले या नहीं मिले.
2. पीएम मोदी ने कहा कि आप चर्च जाएं, यूनिवर्सिटी जाएं, बोहरा समुदाय के पास जाएं. आप सभी के संपर्क में रहें.
3. पढ़े-लिखे मुसलमानों तक अपनी बात पहुंचाएं. मुस्लिम समाज के बारे में गलत बयानबाजी न करें. कार्यकर्ता मुस्लिमों के बीच जाएं.
4. बीजेपी को संवेदनशीलता के साथ लोगों से जुड़ना है. केवल वोट के लिए काम नहीं करें समाज बदलने के लिए काम करें. समाजनीति को लेकर लोगों को जोड़ने पर ज्यादा ध्यान दें.
5. पार्टी को बूथ स्तर पर और मजबूत करना है. बॉर्डर के करीब गांवों में पार्टी को मजबूत करें. इसमें बीजेपी के मोर्चों के कार्यकर्ता जाकर काम करें.
6. नए कार्यकर्ताओं को पार्टी में जोड़ने पर ध्यान दें. हर दिन नए-नए लोगों से मिलें. हमारी मेहनत में कमी नहीं आनी चाहिए.
7. आकांक्षी जिलों के विकास में भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका हो. इसके अतिरिक्त सभी राज्य एक दूसरे के साथ समन्वय बढ़ाते हुए भावनात्मक रूप से जुड़ें.
8. काशी-तमिल संगमम की तर्ज पर अन्य भाषाओं से जुडे़ कार्यक्रमों का आयोजन करें और पार्टी के प्राथमिक सदस्यों का जिलेवार सम्मेलन हो.
9. 18 से 25 साल के लोगों ने भारत के राजनीतिक इतिहास को नहीं देखा है. उन्हें पिछली सरकारों में हुए भ्रष्टाचार और गलत कामों के बारे में पता नहीं है. उन्हें इस बारे में बताने की जरूरत है.
10. किस प्रकार से हम कुशासन से सुशासन की ओर आए हैं ये संदेश हमें युवाओं तक पहुंचाना है.
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