नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने वाराणसी (Varanasi) में रविवार को बड़ा ऐलान किया. पीएम मोदी (PM Modi) ने देश को 6700 करोड़ की 23 परियोजनाओं की सौगात देते हुए अपने संबोधन में कहा कि हम एक लाख लोगों को राजनीति में लाने जा रहे हैं, जिनका पॉलिटिकल परिवार से कोई नाता नही है. उन्होंने वाराणसी से परिवारवाद की मानसिकता को मिटाने के लिए अभियान की शुरुआत की.
तीसरी कार्यकाल में पीएम मोदी का यह दूसरा वाराणसी दौरा था. इस दौरे के दौरान उन्होंने आर जे शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया और शंकराचार्य स्वामी शंकर विजयेंद्र सरस्वती से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में राम मंदिर निर्माण का जिक्र करते हुए कहा कि वे लोग जो कहते हैं कि उसे डंके की चोट पर करके भी दिखाते हैं. हमने कहा था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा. आज अयोध्या में रामलला का दर्शन करने लाखों लोग जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि तीन तलाक से मुक्ति और महिलाओं को आरक्षण का काम उनकी सरकार ने किया है. पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने किसी का हक भी नहीं छीना और छीने गरीबों को दस प्रतिशत आरक्षण भी देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार जो कर रही है, पूरा देश आशीर्वाद दे रहा है. हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए तो लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार बनी. वहीं जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में भी रिकॉर्ड वोट उन लोगों को मिले हैं.
पीएम मोदी ने परिवारवाद पर हमला बोलते हुए कहा कि परिवारवादी से सबसे ज्यादा नुकसान युवाओं को हो रहा है. इस कारण हमने प्रण किया है कि एक लाख ऐसे नवयवुकों को राजनीति में लाऊंगा, जिनका और जिनके परिवार का राजनीति से कोई भी लेना-देना नहीं है. उन्हें नई राजनीति की धुरी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि काशी के नवयुवकों को आगे लाने के लिए ज्यादा से ज्यादा उन्हें प्रेरित करें. उनकी सरकार में किसी से भेदभाव नहीं किया जाता है.
पीएम मोदी ने वाराणसी में किये गये अपने कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि वाराणसी के सांसद रूप में जब वे यहां कि प्रगति देखते हैं तो उन्हें काफी संतोष होता है. काशी को मॉडर्न सिटी बनाने का सपना देखा है और यह सपना सभी ने साथ मिलकर देखा है. उन्होंने कहा कियहां विकास के साथ-साथ विरासत भी संरक्षित किये जा रहे हैं. काशी रोप-वे जैसी आधुनिक सुविधाएं भी बन रही हैं, तो इसकी पहचान बाबा विश्वनाथ के दिव्य धाम से भी होती है.
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