नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (22 अप्रैल) को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर दो दिवसीय ऐतिहासिक दौरे पर जेद्दा पहुंच चुके हैं. वहां उनका एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया. यह न केवल उनकी तीसरी सऊदी यात्रा है, बल्कि पहली बार वह जेद्दा शहर गए हैं, जो भारत-सऊदी संबंधों का ऐतिहासिक केंद्र रहा है. इस यात्रा के दौरान कम से कम छह अहम समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है.
प्रधानमंत्री मोदी का विमान जैसे ही सऊदी के एयरस्पेस में पहुंचा तो रॉयल सऊदी एयर फोर्स के F-15 फाइटर जेट्स की ओर से उनको स्पेशल एस्कॉर्ट किया गया. यह स्वागत भारत-सऊदी संबंधों में बढ़ती नजदीकी का प्रतीक माना जा रहा है. जेद्दा में उनका स्वागत भव्य राजकीय सम्मान के साथ किया गया.
प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत-सऊदी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे. विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह बैठक द्विपक्षीय रिश्तों में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने रवाना होने से पहले कहा था कि भारत सऊदी अरब के साथ अपने दीर्घकालिक और ऐतिहासिक संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है. रक्षा, व्यापार, ऊर्जा और लोगों के बीच संबंधों जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को नई गति मिली है.
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा में हज यात्रियों के कोटा और अन्य व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की जाएगी. भारत के राजदूत सुहेल एजाज खान ने बताया कि हज एक बेहद महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा है. भारत सरकार इसे विशेष प्राथमिकता देती है. सऊदी सरकार और भारत के बीच इसको लेकर समन्वय बेहद अच्छा रहा है. यह बैठक हज की आधुनिक व्यवस्थाओं, डिजिटल सुविधा, और कोटा विस्तार जैसे अहम मुद्दों को लेकर भी बेहद निर्णायक साबित हो सकती है.
हाल के वर्षों में भारत और सऊदी अरब के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई है. इसमें ऊर्जा सुरक्षा,रक्षा सहयोग,खाड़ी में समुद्री सुरक्षा,निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शामिल है.प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के दौरान टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, ग्रीन एनर्जी और स्टार्टअप के क्षेत्र में भी साझेदारी को लेकर समझौते होने की संभावना है.
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