नई दिल्ली (New Dehli)। हर वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा (Bhadrapada Purnima) से लेकर आश्विन अमावस्या तिथि (Amavasya date) तक पितृ पक्ष होता है. इस वर्ष पितृ पक्ष (paternal side) 29 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है. धार्मिक मान्यता (religious affiliation) के अनुसार, पितृपक्ष के दौरान पितृ धरती (father earth) पर आते हैं. इस दौरान पितरों का तर्पण और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं. इस दौरान पितरों को तर्पण करने से व्यक्ति को पूर्वजों का विशेष आशीर्वाद मिलता है. वहीं, अनदेखी करने से पितृ नाराज होते हैं, जिससे ढेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि पितरों का प्रसन्न रखने के उपाय करें. हालांकि लोग पितरों को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. लेकिन आप तुलसी से जुड़ा एक आसान उपाय फॉलो करके भी पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं. हालांकि इस उपाय को एकादशी और रविवार के दिन करने से बचना चाहिए. आइए उन्नाव के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकांत मिश्र से जानते हैं इस चमत्कारी उपाय के बारे में-
पितृ पक्ष कब से होगा शुरू?
ज्योतिषाचार्य ऋषिकांत मिश्र के अनुसार, पितृ दोष मुक्ति का ‘महापर्व’ पितृ पक्ष भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन अमावस्या तक चलता है. इसके लिए 16 दिन पितरों को समर्पित किए गए हैं. इस साल पितृ पक्ष 29 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है.
पितरों को प्रसन्न करने के लिए तुलसी जुड़ा उपाय
– पितृ पक्ष के दौरान तुलसी के गमले के पास एक कटोरी रख दें. इसके बाद एक हथेली में गंगाजल लेकर धीरे-धीरे कटोरी में छोड़ दें. ऐसा करने
– आप इस पानी का घर में भी छिड़काव कर सकते हैं. ऐसा करने से घर से निगेटिविटी दूर होती है. इसके अलावा, यदि आप चाहें तो इस पानी को तुलसी के पौधों में डाल सकते हैं.
– तुलसी के पास जल से जुड़े इस उपाय को करने से कई लाभ होते हैं. बता दें कि, यदि आप यह उपाय करते हैं तो आपके अंदर सकारात्मकता आती है और निगेटिव एनर्जी का नाश होता है. इसके अलावा पिंडदान और तर्पण के बराबर का फल मिलता है.
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