जबलपुर। अग्निबाण द्वारा अपने पिछले अंकों में सेवानिवृत्त कर्मचारी विनोद टाटीकार की सूदखोरी और रेलवे एवं निगम की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर पूरी कहानी प्रकाशित की गई थी। पाठकों को इस बात से अवगत कराया गया था कि कैसे विनोद सूदखोर रेलवे व निगम की जमीन पर अवैध होटल का निर्माण करके रेलवे के कर्मचारियों से ही सूदखोरी करके उनसे 5 हजार के पांच लाख तक वसूल करता है।
इंद्रा मार्केट मैन रोड मे रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाई गई 4 दुकानों का सूदखोर भू माफिया भूतपूर्व रेलवे कर्मी विनोद टाटीकर एवं उसके बेटे लकी टाटीकर द्वारा भोले भले चतुर्थ श्रेणी कर्मिचरियो जैसे गैंगमैन, सफाई कर्मी, लाईट मैन, एसी अटेंडेंट जैसे कर्मिचरियो को अपने सूदखोरी के जाल मे फंसाया जाता है, जिनसे ब्लैंक चेक पर उनके हस्ताक्षर करा लिया जाता है। उनकी बैंक पासबुक उनका आधारकार्ड भी जमा करा लिया जाता है, इसके बाद उनकी मेहनत, खून पसीने की कमाई हड़पने का खेल प्रारंभ होता है। जिसमें विभाग के समस्त रेलवे अधिकारी एवं जिम्मेदार पदों पर बैठे पीठा सीन अधिकारियों का पूर्ण संरक्षण सूदखोर भू-माफिया विनोद टाटीकर एवं उसके बेटे लकी टाटीकर को प्राप्त होता है।
अगले अंक में पढ़ें विनोद के साथ सूदखोरी में रेलवे, निगम और पुलिस के कौन से राजदार अधिकारी है शामिल
अग्निबाण द्वारा इंद्रा मार्केट कृष्णा होटल में सूदखोर विनोद टाटीकर के सहयोगी व राजदार अधिकारियों की कहानी का खुलासा किया जाएगा। जिसमें विनोद के साथ सूदखोरी में रेलवे, निगम और पुलिस के कौन से अधिकारी शामिल हैं ।
ईसीसी बैंक सोसायटी या कोटा बैंक सोसायटी से सेटिंग के लोन निकलवाकर लाखों रुपये की रकम हड़पी
विनोद टाटीकर एवं उसके एक सहपाठी सेवानिवृत रेलवे कर्मी जो मिलकर सूदखोरी का रैकेट संचालित करते है। अग्निबाण को प्राप्त जानकारी के अनुसार रेलवे के कुछ कर्मचारियों और अधिकारी इसमें इनके एजेंटों का काम करते है। जरूरतमंद रेलवे कर्मियों को थोड़े बहुत पैसे दिलवाकर उनको इस सूदखोरो के चंगुल में फंसा देते है एवं अपना कमिशन लेकर अलग हो जाते है । कर्जदार, सूदखोर, भू-माफिया विनोद की प्रताडऩा से तंग होता रहता है फिर सूदखोरों द्वारा रेलवे की ईसीसी बैंक सोसायटी या कोटा बैंक सोसायटी से सेटिंग के लोन निकलवाकर लाखो रुपये की रकम हड़प लेते है। कृष्णा होटल के पीछे सूदखोर विनोद टाटीकर का बेटा लकी टाटीकर खुले आम सट्टे का काम करता है जिसको सिविल लाइन थाना पुलिस का पूर्ण सहयोग है।
आपके द्वारा मामला हमारे संज्ञान में लाया गया है। निश्चित है कि यह अतिक्रमण है। जिसको हटाने के लिए हम रेलवे को एक पत्र जारी कर संयुक्त निरीक्षण करेंगे और उसे जल्द ही उसे हटाने का काम किया जाएगा।
सागर बोरकर, नगर निगम अतिक्रमण दल प्रभारी
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