नई दिल्ली (New Dehli) । आज 29 सितंबर दिन शुक्रवार (Friday)से पितृ पक्ष का प्रारंभ (Start)हो रहा है. आज से 16 दिनों तक पितरों की पूजा (Prayer)की जाएगी और उनके लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध आदि किया जाएगा. पितृ पक्ष का प्रारंभ भाद्रपद पूर्णिमा (Bhadrapada Purnima)तिथि से और इसका समापन (ending)आश्विन अमावस्या तिथि को होता है. उस दिन सर्व पितृ अमावस्या होती है. पितृ पक्ष में पितृ दोष से मुक्ति के उपाय किए जाते हैं. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं पितृ पक्ष की महत्वपूर्ण तिथियां, पितर पूजा का समय, पितृ पक्ष समापन की तारीख और महत्व.
पितृ पक्ष 2023 का प्रारंभ
पितृ पक्ष का प्रारंभ भाद्रपद पूर्णिमा तिथि से हुई है. पंचांग के अनुसार, भाद्रपद पूर्णिमा तिथि 28 सितंबर शाम 06 बजकर 49 मिनट से 29 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट तक है. उदयातिथि के आधार पर भाद्रपद पूर्णिमा आज है.
पितृ पक्ष 2023: आज हैं श्राद्ध की 2 महत्वपूर्ण तिथियां
पितृ पक्ष में आज श्राद्ध की 2 महत्वपूर्ण तिथियां हैं. आज श्राद्ध की पूर्णिमा तिथि और श्राद्ध के लिए प्रतिपदा तिथि है. आज दोपहर 03:26 बजे के बाद से आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू हो रही है.
पितृ पक्ष 2023 पितर पूजा का समय
कुतुप मुहूर्त: 11:47 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक
रौहिण मुहूर्त: दोपहर 12:45 बजे से दोपहर 01:23 बजे तक
अपराह्न काल: दोपहर 01:23 बजे से 03:46 बजे तक
पूर्णिमा और प्रतिपदा तिथियों पर कौन कर सकता है श्राद्ध?
पितृ पक्ष की पूर्णिमा और प्रतिपदा तिथियों पर वे लोग अपने पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि करते हैं, जिनके पूर्वज किसी भी माह की पूर्णिमा या प्रतिपदा तिथि को स्वर्गवासी हो गए. वे आज पितृ दोष से मुक्ति के लिए उपाय कर सकते हैं.
पितृ पक्ष 2023 का समापन कब है?
इस साल पितृ पक्ष का समापन 14 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्या के दिन होगा. सर्व पितृ अमावस्या को अमावस्या श्राद्ध और महालया श्राद्ध के नाम से जानते हैं. सर्व पितृ अमावस्या के दिन उन पितरों का श्राद्ध होता है, जिनके बारे में कुछ ज्ञात नहीं है या उनके निधन की तिथि मालूम नहीं है. सर्व पितृ अमावस्या के दिन ज्ञात और अज्ञात पितरों के श्राद्ध, तर्पण आदि किया जाता है.
पितृ पक्ष 2023: श्राद्ध की महत्वपूर्ण तिथियां
29 सितंबर: पूर्णिमा तिथि श्राद्ध, प्रतिपदा तिथि श्राद्ध
30 सितंबर: द्वितीया तिथि श्राद्ध
1 अक्टूबर: तृतीया तिथि श्राद्ध
2 अक्टूबर: चतुर्थी तिथि श्राद्ध
3 अक्टूबर: पंचमी तिथि श्राद्ध
4 अक्टूबर: षष्ठी तिथि श्राद्ध
5 अक्टूबर: सप्तमी तिथि श्राद्ध
6 अक्टूबर: अष्टमी तिथि श्राद्ध
7 अक्टूबर: नवमी तिथि श्राद्ध
8 अक्टूबर: दशमी तिथि श्राद्ध
9 अक्टूबर: एकादशी तिथि श्राद्ध
10 अक्टूबर: मघा श्राद्ध
11 अक्टूबर: द्वादशी तिथि श्राद्ध
12 अक्टूबर: त्रयोदशी तिथि श्राद्ध
13 अक्टूबर: चतुर्दशी तिथि श्राद्ध
14 अक्टूबर: सर्व पितृ अमावस्या, महालया श्राद्ध, अमावस्या श्राद्ध
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