फ्लेटों से लेकर टाउनशिप के तीनों प्रोजेक्टों में धोखाधड़ी… कलेक्टर ने पिनेकल ग्रैंड के पीडि़तों की जांच महिला एसडीएम को सौंपी
इंदौर। कलेक्टर के निर्देश पर पिनेकल (Pinnacle) पीडि़तों (Victims) को जांच शुरू की जा रही है। एसडीएम विशाखा देशमुख ( SDM Visakha Deshmukh) को यह जिम्मा सौंपा गया है। अभी उन्होंने आठ पीडि़तों के बयान शपथ-पत्र में लिए, जिसमें एक एनआरआई भी शामिल है। इन सबको जमीनी जादूगरों ने चूना लगाया। आवासीय फ्लेटों से लेकर पालाखेड़ी में 52 एकड़ की टाउनशिप डी-डिजायर (Township D-Desire) के अलावा निपानिया में विकसित की जा रही पिनेकल ग्रैंड में भी धोखाधड़ी की गई। ऐसे 28 पीडि़तों का आरोप है कि उनकी रजिस्ट्रियां नहीं करवाई गई। सिर्फ अलॉटमेंट (Allotment) लेयर ही इन्हें सौंपे गए।
कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) ने भूमाफियाओं (Land Mafia) का फायदा किया और शासन-प्रशासन व पुलिस की संयुक्त मुहिम लगभग ठप सी पड़ गई, जिसे अब फिर से गति देने में प्रशासन जुटा है। पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह से पिनेकल के पीडि़तों ने पूर्व भाजपा विधायक व प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती से मुलाकात की, जिसके चलते कलेक्टर ने इसकी जांच का जिम्मा एसडीएम विशाखा देशमुख को सौंपा। सुश्री देशमुख के मुताबिक पीडि़तों से संबंधित दस्तावेज और शपथ-पत्र पर बयान लिए जा रहे हैं। अभी 8 पीडि़तों ने अपने बयान सौंप दिए हैं। इसमें एक एनआरआई श्री खेमानी भी शामिल हैं। एक पीडि़त राहुल रिझवानी के मुताबिक निपानिया में शिशुकुंज स्कूल के सामने सर्वे नं. 260/1, 261/1, 261/2 और 264/1 की लगभग 20 एकड़ पर पिनेकल ग्रैंड टाउनशिप (Pinnacle Grand Township) विकसित करना थी। पूरी राशि देने के बाद भी भूखंडों की रजिस्ट्रियां नहीं करवाई और ना ही कब्जे दिए गए। सिर्फ अलॉटमेंट लेटर ही सौंपे। 2015 में श्रीमती नीना अग्रवाल पति संजय अग्रवाल, श्रीमती रीतू पति मनोज अग्रवाल निवासी 9 प्रगति विहार, जेएसएम देवकॉन, जिसका पूर्व में नाम सीमन इन्फ्रास्ट्रक्चर व कंस्ट्रक्शन था उसने जलसा पर पार्टी थी, जिसमें ऋतिक रोशन सहित अन्य फिल्मी सितारे शामिल हुए। एक बड़े 25 हजार स्क्वेयर फीट भूखंड की रजिस्ट्री रसूखदार ने अपने नाम से करवा ली। इस घोटाले में आशीष दास, पुष्पेन्द्र वडेरा के साथ चर्चित भूमाफिया ने भी खेल किए हैं।
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