इंदौर। बायपास के एमआर-10 जंक्शन पर थ्री लेयर फ्लायओवर के काम में तेजी आ गई है। डेढ़ किलोमीटर लंबा यह फ्लायओवर आठ पिलरों और तीन हिस्सों में बनने वाली आरई वॉल पर टिका होगा। वर्तमान में आठों पिलरों का फाउंडेशन वर्क पूरा हो गया है और आधा भाग बनकर तैयार हो चुका है। अब पियर कैंप का काम शुरू होने वाला है।
बायपास के एमआर-10 जंक्शन पर हो रहा है काम
नेशनल हाईवेज अथॉरिटी आफ इंडिया अफसरों का कहना है कि फ्लायओवर के लिए ट्रैफिक डायवर्शन लागू होने के बाद काम में और तेजी लाई जाएगी। इसका निर्माण 2025 के मध्य तक पूरा करने का लक्ष्य है। फ्लायओवर के सबसे निचले हिस्से में इंदौर-हरदा-बैतूल हाईवे का ट्रैफिक गुजरेगा। मध्य भाग बायपास पर शहरी वाहनों को एक से दूसरी दिशा में आने-जाने की सुविधा देगा, जबकि सबसे ऊपरी हिस्से से देवास से राऊ तरफ आने-जाने वाले वाहन गुजर सकेंगे। इस तरह तीनों सडक़ों में से किसी का ट्रैफिक आपस में नहीं उलझेगा।
पेड़ हटाने की अनुमति प्रक्रिया में
एमआर-10 जंक्शन पर फ्लायओवर के लिए 500-600 से ज्यादा छोटे-बड़े पेड़ हटाए जाना हैं। ये पेड़ अलग-अलग भुजाओं के निर्माण में बाधक हैं। एनएचएआई ने उनकी शिफ्टिंग या हटाने के लिए नगर निगम से अनुमति मांगी है। अफसरों का कहना है कि जितने पेड़ ट्रांसप्लांट हो सकेंगे, उन्हें यथासंभव बचाया जाएगा। जिन्हें ट्रांसप्लांट करना संभव नहीं होगा, उन्हें अनुमति लेकर काटा जाएगा।
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