उज्जैन। कोठी रोड स्थित विक्रम वाटिका को मयूर वन में तब्दील करने का काम अभी अधूरा पड़ा है और यहाँ मोर तो नहीं आए लेकिन यहाँ सूअर घूम रहे हैं। वन के नाम पर बाहर सीमेंट की दीवारें खड़ी कर दी हैं और मूल रूप से जो काम होने थे वह नहीं किए गए हैं। इस क्षेत्र में बड़ी तादाद में मोर हैं।
उल्लेखनीय है कि मयूर वन प्रोजेक्ट के तहत साल 2018 से इसके निर्माण का काम शुरु किया गया था। योजना के मुताबिक पार्क को मोर के अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराना तथा उसका संवर्धन करना था। इसके अलावा यहाँ मनोरंजन के लिए भूल भूलैया भी बनाई गई है लेकिन अभी भी बच्चों के मनोरंजन के लिए प्रस्तावित झूले, चकरी, फिसल पट्टी आदि तैयार नहीं हो पाए हैं। इसके अलावा यहाँ मयूर वन में मोरों को निहारने के लिए 7 मंजिला 360 डिग्री आब्जर्वर टॉवर भी बनाया जाना था यह भी तैयार नहीं किया गया। वाटिका के तालाब को सुंदर तालाब में तब्दील कर दिया गया है लेकिन हालत यह है कि मयूर वन में सुरक्षा के अभाव के कारण यहाँ वहाँ सूअर घूमते दिखाई दे रहे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved