पर्यटन मंत्री की घोषणा, चित्रकला प्रतियोगिता होगी आयोजित, पुरस्कृत होंगे कैदी
इंदौर। क्रांतिकारियों (Revolutionaries) के जीवन चरित्र से जेल (Jail) में सजा काट रहे बंदियों को अवगत कराने के लिए अब सेंट्रल जेल की सभी बैरकों में क्रांतिकारियों की तस्वीरें लगाई जाएंगी। दूसरी ओर कैदियों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। पर्यटन विभाग उन्हें पुरस्कृत करेगा।
सेंट्रल जेल (Central Jail) में चल रहे गरबा उत्सव के कार्यक्रम में शामिल हुई प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कैदियों से कहा कि आप दृृढ़ संकल्पित हैं और यदि जीवन में परिवर्तन करने की ठान लें तो वह भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वाणी प्रभु का दिया गया वरदान है, जिसका सदुपयोग कर समाज के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि आजादी का 75वां वर्ष चल रहा है। ऐसे में क्रांतिकारियों से जुड़े पहलुओं और उनकी गाथाओं के बारे में कैदियों को समझाया जाए, ताकि वे उनके पावन चरित्र को अपने जीवन में उतार सके। उन्होंने जेल अधीक्षक से कहा कि अब सभी बैरकों में क्रांतिकारियों की तस्वीर लगाएं और कैदियों से भी चित्र बनवाएं।
गांधी जयंती पर 45 कैदी हुए रिहा
प्रदेश सरकार के नए फैसले के बाद कल पहली बार गांधी जयंती पर प्रदेशभर में 450 से ज्यादा बंदियों को रिहा किया गया, वहीं इंदौर सेंट्रल जेल से 45 बंदियों को रिहा किया गया, जिनमें एक महिला भी शामिल है। उक्त महिला जो हरदा की रहने वाली है, ने 20 वर्ष पूर्व घरेलू विवाद के चलते अपने 3 बच्चों की हत्या कर दी थी और यहां आजीवन कारावास की सजा काट रही थी। जेल से आजाद हुए इन कैदियों को 4 लाख 70 हजार रुपए की राशि परिश्रमिक के रूप में दी गई।
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