इंदौर। चुनावी ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को चार चरणों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। 9 हजार से अधिक कर्मचारी इसमें शामिल रहेंगे। शासकीय होलकर कालेज में 15 अप्रैल से यह प्रशिक्षण शुरू होगा। दूसरी तरफ आयोग ने कल मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक औैर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सहित अन्य आला अफसरों को प्रलोभनमुक्त और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। वहीं उम्मीदवारों द्वारा थोक में भेजे जाने वाले एसएमएस का खर्चा भी उनके व्यय खाते में जोड़ा जाएगा।
मतदान संपन्न होने के लिए जो समय-सीमा तय की गई है, उसके 48 घंटे पहले तक राजनीतिक प्रकृति से संबंधित एसएमएस जहां प्रतिबंधित रहेंगे, वहीं उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों द्वारा पक्ष में मतदान की अपील से जुड़े एसएमएस का खर्च खाते में जोड़ा जाएगा। पुलिस प्रशासन को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वह विशेष मोबाइल नंबरों को प्रचारित करें, ताकि उक्त एसएमएस को अग्रेषित किया जा सके। दूसरी तरफ आयोग ने अवैध शराब, नकदी से लेकर अन्य सामग्री, जो चुनाव में इस्तेमाल होती है, पर कड़ी निगरानी रखने और अंतरराज्यीय सीमाओं पर जांच चौकियों के जरिए सख्ती करने के निर्देश भी दिए हैं।
मतदान के दिन अंतरराज्यीय सीमा सील भी की जाएगी और शराब दुकानों की आकस्मिक जांच करने के साथ ही चुनावी अपराधों में लिप्त रहे असामाजिक तत्वों के साथ-साथ भगोड़े हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी आशीषसिंह ने बताया कि स्पष्ट और शांतिपूर्वक निर्वाचन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में चुनावी ड्यूटी में लगे 9 हजार से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर सुदीप मीणा ने बताया कि यह प्रशिक्षण चरणवार होगा। पहले चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम 15, 16, 18 और 19 अप्रैल को शासकीय होलकर कालेज में आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण में आयोग द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश, प्रक्रिया, नियम और अधिनियमों की विस्तार से जानकारी दी जाएगी। वहीं 6 अप्रैल को वोटिंग मशाल वॉक का आयोजन भी किया गया है, जो नेहरू पार्क बीएसएनएल ऑफिस के पास से शाम 5.30 बजे शुरू होकर गांधी हॉल तक जाएगी।
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