भोपाल: देश की सुरक्षा के लिहाज से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बड़ी खबर सामने आई है. प्रतिबंध लगने के बावजूद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) लगातार मध्य प्रदेश में पैर पसार रहा है. पीएफआई के विस्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रतिबंधित संगठन प्रदेश के 25 जिलों में सक्रिय है. पीएफआई के सदस्य इन सभी जिलों में सक्रिय हैं. पीएफआई के सदस्य एक अन्य प्रतिबंधित संगठन सिमी की विचारधारा को बढ़ा रहा है. इससे भी ज्यादा चिंता वाली बात यह है कि पीएफआई के नेटवर्क को पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा है. पीएफआई के गिरफ्तार सदस्यों और खुफिया इनपुट मिलने के बाद प्रदेश का सुरक्षा अमला चौकन्ना हो गया है.
पीएफआई के नेटवर्क को ध्वस्त करने में जांच एजेंसियों के पसीने छूट रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि पीएफआई का नेटवर्क पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा है. मध्य प्रदेश में पीएफआई सिमी आतंकी संगठन की विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है. बता दें कि सितंबर 2022 में एमपी के साथ देशभर में एनआईए ने स्टेट की जांच एजेंसियों के साथ मिलकर दबिश दी थी और पीएफआई के पदाधिकारियों और सक्रिय सस्दयों को गिरफ्तार किया था. गृह मंत्रालय ने इस संगठन पर 5 साल के लिए प्रतिबंध भी लगाया था.
इस संगठन पर प्रतिबंध के बावजूद भी मध्य प्रदेश में पीएफआई का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है. अभी भी प्रदेश के करीब 25 जिलों में पीएफआई के सदस्य सक्रिय हैं. ये सक्रिय सदस्य आतंकी संगठन सिमी की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पीएफआई को पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा है. सूफी इस्लामिक बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष एहतेशाम हसन सिद्दीकी का कहना है कि पीएफआई पर बैन होने के बावजूद संगठन मध्य प्रदेश में सक्रिय है. यह संगठन अव्यवस्था फैलाने का काम कर रहा है. उन्होंने दावा किया है कि संगठन को मजबूती देने के लिए फंडिंग भी हो रही है. उन्होंने कहा कि हमारा संगठन संदिग्ध लोगों की सूची बनाकर जल्द संबंधित एजेंसियों और विभाग के प्रमुख को सौंपेंगे.
25 जिलों में पीएफआई का नेटवर्क
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में PFI का नेटवर्क फैल गया है. प्रदेश के 5 जिले श्योपुर, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन और खंडवा जिले पीएफआई के सदस्यों के लिए हॉटस्पॉट बन चुके हैं. बताया यह भी जा रहा है कि मध्य प्रदेश में बड़ी तादाद में पीएफआई के सदस्य बनाए गए हैं. ये सभी देश विरोधी अभियान में संलिप्त हैं. मध्य प्रदेश में फैले पीएफआई के नेटवर्क को ट्रैक करने के लिए एटीएस और एसटीएफ लगातार कार्रवाई कर रहा है. बीते कुछ दिनों में पीएफआई के 4 से ज्यादा सदस्यों को गिरफ्तार भी किया गया है. साथ ही 100 से ज्यादा संदिग्ध पीएफआई के सदस्यों को नोटिस जारी किया गया है. हर दिन बारी-बारी से उनसे पूछताछ भी की जा रही है.
बता दें कि पीएफआई के गिरफ्तार आरोपियों से बरामद दस्तावेज में भारत में इस्लामिक सत्ता स्थापित करने का जिक्र था. पीएफआई का कनेक्शन ISIS जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से होने की बात भी सामने आ चुकी है. पीएफआई के कई नेता सीरिया और अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों में भी शामिल रह चुके हैं. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपी अब्दुल खालिद के मोबाइल फोन ने कई राज उगले हैं. खालिद के मोबाइल में 50 से ज्यादा पाकिस्तानी नंबर मिले हैं. उसका भाई मोहम्मद महमूद भी 6 बार पाकिस्तान जा चुका है. पीएफआई के सदस्य प्रदेश भर में जगह-जगह मीटिंग कर आपत्तिजनक साहित्य बांटने और देश विरोधी गतिविधियों के लिए लोगों को तैयार कर रहे थे. आरोपियों का मकसद एक समुदाय के लोगों खासतौर से युवाओं को भड़काना है.
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